Last Updated: Tuesday, November 5, 2013, 11:04
इस्लामाबाद : प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तानी तालिबान के प्रमुख हकीमुल्ला मेहसूद को मारने वाले अमेरिकी ड्रोन हमले ने आतंकियों के साथ वार्ता की पाकिस्तान सरकार की कोशिशों को ‘गंभीर नुकसान’ पहुंचाया है।
शरीफ ने आज शाम यहां संघीय मंत्रिमंडल की एक विशेष बैठक में तालिबान के साथ हुए हालिया संपर्क का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार और आंतकियों के बीच की दूरी कम हो रही थी और दोनों ओर से संचार शुरू हुआ था।
उन्होंने कहा, इस परिदृश्य के बीच हुए इस ड्रोन हमले ने सरकार की शांति वार्ता प्रक्रिया को गहरा आघात पहुंचाया है। लेकिन हमें उम्मीद है कि पटरी से उतर चुकी इस शांति प्रक्रिया को हम वापस पटरी पर ले आएंगे। शरीफ ने यहां अमेरिका का नाम लिए बिना ही कहा कि पाकिस्तान किसी को भी शांति प्रक्रिया को पटरी से उतारने की अनुमति नहीं देगी।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर शांति प्रक्रिया का समर्थन नहीं किया जा सकता, तो कम से कम इसे नुकसान तो नहीं पहुंचाना चाहिए। इससे पहले पाकिस्तानी तालिबान प्रमुख हकीमुल्ला महसूद के मारे जाने के बाद अपनी पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिकी ड्रोन हमले पाकिस्तान की सम्प्रभुता का उल्लंघन हैं और वह (पाकिस्तान) विदेशी शक्तिओं को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा नीति तय करने की अनुमति नहीं देगा।
तालिबान प्रमुख की हत्या का जिक्र किए बिना ही उन्होंने कहा कि अमेरिकी ड्रोन हमले अंतरराष्ट्रीय कानूनों का भी उल्लंघन हैं और वह देश और इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता लाने की प्रक्रिया के विरद्ध है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 5, 2013, 11:02