Last Updated: Wednesday, October 23, 2013, 11:24

कराची : पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में दर्जनों हिन्दुओं ने परंपरागत तरीके से भारतीय त्यौहार करवा चौथ मनाया। करवा चौथ मनाने के लिए कल रात भारतीय जोड़े नेट्टी जेट्टी ब्रिज के समीप लक्ष्मी नारायण मंदिर में एकत्र हुए थे।
हिन्दू महिलाओं ने, खास कर उत्तर भारत और गुजरात की महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र और उनके कल्याण के लिए परंपरागत तरीके से दिन भर उपवास रखा और शाम को छलनी से चांद देखने के बाद उन्होंने अपना व्रत तोड़ा।
इस मौके पर उन्होंने मेहंदी और हिना लगवाई। नेट्टी जेट्टी ब्रिज के समीप लक्ष्मी नारायण मंदिर में अपना व्रत तोड़ने वाली रानी ने कहा कि धार्मिक महत्व की वजह से यह पर्व उसके और अन्य महिलाओं के लिए बहुत महत्व रखता है।
रानी ने कहा कि कराची में हम जिन हालात का सामना कर रहे हैं उसके मुताबिक हम महिलाओं के लिए तो हर दिन करवा चौथ होता है और यह बात मायने नहीं रखती कि कोई महिला किस धर्म से संबंध रखती है। सब कुछ इतना अनिश्चित है कि हम प्रार्थना करते रहते हैं कि काम के बाद हमारे पति सही सलामत घर लौट आएं। उसने कहा कि हमने करवा चौथ का व्रत इसलिए रखा ताकि हमारे पति पूरे साल सुरक्षित रहें और कराची में यह बहुत महत्वपूर्ण है।
देश की वित्तीय राजधानी कराची में कानून व्यवस्था की स्थिति हाल के दिनों में नियंत्रण से बाहर हो गई है और सड़कों पर अपराध, लक्षित हत्या, अपहरण तथा गैंगवार जैसी घटनाओं में वृद्धि हुई है। शहर में गुटीय हिंसा भी जारी है। परंपरा के अनुसार, बादलों से चांद के नजर आने के बाद महिलाएं छलनी से उसे देखती हैं और फिर उसी छलनी से पति को देखती हैं। इसके बाद पति अपनी पत्नी को पानी पिलाता है और कुछ मीठा खिलाता है ताकि व्रत टूट जाए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 23, 2013, 11:24