Last Updated: Sunday, October 6, 2013, 19:41
कोलंबो : श्रीलंका के पहले निर्वाचित तमिल मुख्यमंत्री सी वी विग्नेश्वरन को कल श्रीलंकाई राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे शपथ दिलाएंगे। विग्नेश्वरन की पार्टी तमिल नेशनल अलायंस (टीएनए) ने लिट्टे के पूर्व गढ़ रहे क्षेत्र में गत महीने हुए प्रांतीय चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। राजपक्षे के निवास पर आयोजित एक समारोह में 73 वर्षीय विग्नेश्वरन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे जबकि उनकी पार्टी टीएनए का उन पर दबाव है कि वह इस समारोह का बहिष्कार करें।
टीएनए के कई सदस्य और श्रीलंका के तमिल बहुल उत्तर प्रांत के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री विग्नेश्वरन के कई समर्थक उनके राष्ट्रपति के समक्ष शपथग्रहण करने के खिलाफ हैं। यद्यपि टीएनए के एक नेता ने आज कहा कि विग्नेश्वरन कल राष्ट्रपति से शपथ ग्रहण करेंगे। गत 21 सितम्बर को हुए चुनाव में टीएनए ने 38 सीटों में से 30 पर जीत दर्ज की। तमिल पार्टी नेताओं ने राजपक्षे से मुलाकात की थी और एनपीसी विधायकों को उत्तर गवर्नर द्वारा शपथ ग्रहण कराये जाने पर अपनी अप्रसन्नता जतायी थी।
विग्नेश्वरन मजिस्ट्रेट और जिला अदालत, हाईकोर्ट, कोर्ट आफ अपील और श्रीलंका के सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश रह चुके हैं। उम्मीद है कि वह विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद से मुलाकात करेंगे जो दो दिवसीय यात्रा पर कल यहां पहुंच रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि खुर्शीद के राष्ट्रपति राजपक्षे, श्रीलंका के विदेश मंत्री जी एल पेइरिस, आर्थिक विकास मंत्री बासिल राजपक्षे और परिषद के नवनिर्वाचित सदस्यों से मुलाकात करने का कार्यक्रम है। खुर्शीद की श्रीलंका यात्रा के दौरान श्रीलंकाई नेतृत्व के साथ होने वाली चर्चा के दौरान 1987 के भारत-श्रीलंका समझौते के 13वें संशोधन को पूर्ण रूप से लागू करने की भारत की मांग उठने की उम्मीद है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 6, 2013, 19:41