Last Updated: Wednesday, October 16, 2013, 13:02
रियो डी जनेरियो : भारत, ब्राजील, दूसरे देशों द्वारा की जाने वाली जासूसी से ऑनलाइन निजता की सुरक्षा के लिए इंटरनेट कानून बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मंगलवार को ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया में भारतीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और ब्राजील के विदेश मंत्री लुईज अलबटरे फिगुइरेडो के बीच हुई बैठक के बाद इस साझेदारी घोषणा की गई।
विदेश मंत्री खुर्शीद ने कहा, `यह सभी लोकतांत्रिक देशों के लिए चिंता की बात है। वैश्विक सुरक्षा की मजबूती के लिए एक मंच तैयार करने के कई प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन इस तरह के मंच को किसी भी तरह के प्रतिबंध से बचना होगा, क्योंकि लोकतांत्रिक व्यवस्था बहुत मूल्यवान है।`
ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रौसेफ ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक भाषण के दौरान, अमेरिका और उसके खुफिया साझेदारों द्वारा बड़े पैमाने पर की जा रही वैश्विक निगरानी की निंदा की थी। रौसेफ ने बहुपक्षी इंटरनेट शासन की वकालत की थी जो तटस्थता के सिद्धांतों का सम्मान करे। पूर्व अमेरिकी खुफिया ठेकेदार एडवर्ड स्नोडेन द्वारा हाल ही में लीक किए गए दस्तावेजों के मुताबिक अमेरिकी जासूसी एजेंसियों ने ब्राजील को आक्रामक तरीके से निशाना बनाया है।
हालांकि अमेरिका का कहना है कि यह निगरानी डिजिटल संचार, आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए थे। लेकिन ब्राजील के खान और ऊर्जा मंत्रालय और सरकारी तेल कंपनी पेट्रोब्रास ने संकेत किया है कि अमेरिकी जासूसी का उद्देश्य आर्थिक भी है। ब्राजील और भारत, इंटरनेट सुरक्षा रणनीति से संबंधित जानकारी को साझा करने पर सहमत हो गए हैं। भारत का सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र दुनिया का एक सबसे उन्नत सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र है। इस क्षेत्र में भारतीय उपलब्धियों के बारे में अधिक जानकारी के लिए ब्राजीलियाई तकनीशियन भारत का दौरा करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 16, 2013, 13:02