Last Updated: Thursday, October 17, 2013, 21:18
नई दिल्ली : भारत के दौरे पर आए हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबेन ने गुरुवार को कहा कि समृद्ध अर्थव्यवस्था, बड़ी जनसंख्या और अत्यधिक सम्मानित नेतृत्व के साथ भारत को खुद को केवल एक क्षेत्रीय शक्ति के तौर पर नहीं, वरन एक विश्व शक्ति के रूप में सोचना चाहिए।
इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स (आईसीडब्ल्यूए) में `एक बदलते विश्व में हंगरी और यूरोप` नामक विषय आठवें सप्रू हाउस व्याख्यान को संबोधित करते हुए ओरबेन ने कहा कि वैश्विक राजनीति के साथ ही वैश्विक रक्षा और सैन्य परिदृश्य भी तेजी से बदल रहा है। ओरबेन ने कहा कि करीब एक करोड़ की आबादी वाला मध्य यूरोपीय देश भारत को वैश्विक मामलों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते देखना चाहता है।
उन्होंने कहा कि भारत को खुद को केवल एक क्षेत्रीय शक्ति के तौर पर नहीं वरन एक विश्व शक्ति के रूप में सोचना चाहिए और इस भूमिका में आने के लिए सभी प्रयास करने चाहिए। बहरहाल उन्होंने इसे एक कड़ी चुनौती बताया। भारत के 16-19 अक्टूबर तक के दौरे पर आए ओरबेन ने कहा कि लेकिन अर्थव्यवस्था, बड़ी जनसंख्या, और पारंपरिक रूप से अत्यधिक सम्मानित नेतृत्व के साथ आप यह कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत को वैश्विक भूमिका ध्यान में रखना चाहिए और उनका देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के स्थायी सदस्यता के दावे का समर्थन करता है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 17, 2013, 21:18