Last Updated: Friday, March 21, 2014, 15:44

टोक्यो: भारत और सिंगापुर ने जल संसाधन के लिए अपनाए गए निरंतर प्रयास के लिए यूएन-वाटर `वाटर फॉर लाइफ` बेस्ट प्रैक्टिसेस अवार्ड 2014 जीता है। अधिकारियों ने यह जानकारी शुक्रवार को दी। इसकी घोषणा संयुक्त राष्ट्र कार्यालय में विश्व जल दिवस 2014 पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की गई।
यूएन-वाटर के अध्यक्ष माइकल जेरॉड ने कहा कि इस साल के विजेता भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए दो संगठनों के निरंतर प्रयास का बेहतरीन उदाहरण हैं।
ये पुरस्कार हर साल `बेस्ट वाटर मैनेजमेंट प्रैक्टिसेज` और `बेस्ट पार्टीसिपेटरी, कम्युनिकेशन, अवेयरनेस-राइजिंग एंड एजुकेशन प्रैक्टिसेज` की श्रेणी में दिए जाते हैं। प्रत्येक साल संयुक्त राष्ट्र विश्व जल दिवस के लिए एक विषय तय किया जाता है। इस वर्ष का विषय `जल एवं ऊर्जा` था।
इस साल `बेस्ट वाटर मैनेजमेंट प्रैक्टिसेज` अवार्ड भारत के इंटरनेशनल वाटर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (आईडब्ल्यूएमआई)-टाटा वाटर पॉलिसी प्रोग्राम को दिया गया है, जबकि `बेस्ट पार्टीसिपेटरी, कम्युनिकेशन, अवेयरनेस एंड एजुकेशन प्रैक्टिसेज` का अवार्ड सिंगापुर के एनईवाटर प्रोग्राम को मिला है।
यूएन-वाटर डेकेड प्रोग्राम ऑन एडवोकेसी एंड कम्युनिकेशन के निदेशक जोसेफिना माएस्तु ने कहा कि इन परियोजनाओं की जीत की एक योग्यता यह थी कि जल और ऊर्जा के क्षेत्र में पहुंच, कुशलता और स्थिरता में सुधान लाने के लिए कैसे वे अपने प्रयास को बढ़ाने के अनुकूल हो पाए तथा इसके लिए कैसे स्थानीय और राष्ट्रीय संस्थाओं के साथ साझेदारी कर पाए।
इस साल अवार्ड के लिए विश्वभर से 34 आवेदन मिले थे, जिनमें एशिया के नौ, अफ्रीका के पांच, यूरोप के आठ और 12 लैटिन अमेरिकी व कैरिबियाई देश शामिल हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 21, 2014, 15:44