Last Updated: Wednesday, February 19, 2014, 18:18
बीजिंग : चीन को केंद्रित करके थिंक टैंक स्थापित करने की भारतीय सेना की कथित योजना को लेकर यहां जानकारों की ओर से मिलीजुली प्रतिक्रिया मिली है। चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेम्पररी इंटरनेशनल रिलेशंस में दक्षिणी एशियाई अध्ययन के शोधार्थी फू जियाओकियांग ने कहा, सैन्य थिंक टैंक की ओर से एकत्र की गई उचित सूचना से भारतीय नेतृत्व को सही फैसले करने में मदद मिल सकती है।
फू ने सरकारी समाचार पत्र ‘चाइना डेली’ से कहा, यह इस बात को भी दर्शाता है कि भारतीय सेना चीन को एक वास्तविक सामरिक प्रतिद्वंद्वी के रूप में स्वीकार करती है। सैन्य विशेषज्ञ मा जून ने कहा कि चीन को केंद्रित करके उठाया जा रहा यह कदम दर्शाता है कि भारत सीमा विवादों पर चीन की रणनीतिक सोच तथा सीमावर्ती क्षेत्र में बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं का गहन अध्ययन करना चाहता है। चाइनीज एसोसिएशन फॉर साउथ एशियान स्टडीज के एक शोधार्थी वान वे ने कहा कि नए थिंक टैंक से भारतीय सेना के प्रभाव को सुधारा जा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 19, 2014, 18:18