Last Updated: Friday, May 30, 2014, 19:01
यरूशलम : भारत-इस्राइली द्विपक्षीय संबंधों के ‘व्यापक महत्व’ को स्वीकार करते हुए दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने परस्पर सहयोग को बढ़ाने पर सहमति जताई है।
इस्राइल के विदेश मंत्री एविगदोर लिबरमैन ने नई भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज से फोन पर बातचीत की और ‘दोनों मंत्रियों ने इस बात पर सहमति जताई कि द्विपक्षीय संबंध का व्यापक महत्व है।’ यहां जारी एक बयान में कहा गया है, ‘दोनों देशों के बीच सार्थक सहयोग ने कृषि, जल, शोध और विकास सहित साझेदारी के कई क्षेत्रों में काफी योगदान दिया है।’
लिबरमैन ने दोनों देशों के बीच बातचीत के महत्व पर जोर दिया और सुषमा को इस्राइल आमंत्रित किया। सुषमा ने साल 2008 में भारत-इस्राइल संसदीय मित्रता समूह के प्रमुख के तौर पर इस्राइल का दौरा किया था। उस वक्त उन्होंने इस्राइल को ‘विश्वसनीय साथी’ करार दिया है।
सुषमा के विदेश मंत्री बनने पर ‘टाइम्स ऑफ इस्राइल’ अखबार ने लिखा है कि वह ‘इस्राइल की पूर्व प्रधानमंत्री गोल्दा मीर की बड़ी मुरीद और इस्राइल की बड़ी प्रशंसक हैं।’ इससे पहले इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के तत्काल बाद अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से बात की थी। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 30, 2014, 18:36