पतियों से अधिक कमाने वाली भारतीय महिलाओं पर हिंसा का खतरा

पतियों से अधिक कमाने वाली भारतीय महिलाओं पर हिंसा का खतरा

न्यूयार्क : एक नए अध्ययन के अनुसार अपने पतियों से अधिक शिक्षित, अधिक कमाने वाली या परिवार की एकमात्र आजीविका कमाने वाली भारतीय औरतों पर बार-बार एवं गंभीर अंतरंग साथी हिंसा (आईपीवी) का खतरा होता है।

शोधकर्ताओं ने कहा कि महिलाओं के वित्तीय संसाधन या रोजगार अवसर बेहतर करने वाले कार्यक्रमों से उनके आईपीवी का खतरा बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सूक्ष्म वित्त पोषण और व्यवसायिक कार्यक्रमों को भागीदारों के लिए कानूनी या मानसिक सलाह उपलब्ध कराने पर गौर करना चाहिए।

न्यूयार्क विश्वविद्यालय में स्नातक की छात्रा अबिगेल वेंइत्जमैन ने भारत के राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) के केवल महिलाओं वाले माड्यूल के आंकड़ों का अध्ययन किया जो 2005 से 2006 के बीच जुटाए गए थे। माड्यूल में 15-49 वर्ष की उम्र की महिलाओं के प्रतिनिधि नमूने के राष्ट्रीय आंकड़ें हैं। इनमें आईपीवी से जुड़े नौ मापदंड शामिल थे। इनमें महिलाओं से उनके वर्तमान रोजगार, कमाई और दूसरे के पैसों तक पहुंच के बारे में सवाल पूछे गए।

अबिगेल ने केवल विवाहित महिलाओं के आंकड़ों पर नजर जमायी और हिंसा की घटना, उनका दोहराव और उनकी गंभीरता की पड़ताल की। अबिगेल ने पाया कि अपने पतियों से कम शिक्षित महिलाओं की तुलना में अपने पतियों से अधिक शिक्षित महिलाओं पर आईपीवी का खतरा 1.4 गुना अधिक, हिंसा के दोहराव का खतरा 1.54 गुना अधिक और गंभीर हिंसा का खतरा 1.36 गुना अधिक था।

उन्होंने अपने पतियों से अधिक कमाने वाली महिलाओं के साथ भी यही चीज पायी। और बेरोजगार महिलाएं जिनके पति रोजगार में हैं उनकी तुलना में जो महिलाएं अपने घर की जीविका कमाने वाली एकमात्र सदस्य थी उनके साथ बार-बार हिंसा का खतरा 2.44 गुना अधिक और गंभीर हिंसा का खतरा 1.51 गुना अधिक पाया गया। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, March 26, 2014, 17:43

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