Last Updated: Wednesday, April 30, 2014, 09:18
वाशिंगटन : अमेरिका में भारतीय राजदूत एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत-अमेरिका संबंध को फिर से गढ़ा जाना चाहिए क्योंकि यह भारत के विकास में एक अहम कारक है और इसके अगले चरण का बड़े ही धर्य के साथ इंतजार है।
जयशंकर ने वाशिंगटन में ‘री इमेंजिंग इंडिया अनलॉकिंग द पोटेन्शियल ऑफ एशियाज नेक्सट सुपर पावर’ पुस्तक के विमोचन के दौरान ये टिप्पणियां की। इस पुस्तक के शीषर्क का हवाला देते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत अमेरिका संबंध को समय समय पर दोबारा गढ़ा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि हम भारत को फिर से गढ़ रहे हैं तो हमें भारत-अमेरिका संबंध को भी फिर से गढ़ना होगा। यह भारत के आगे के विकास के लिए एक अहम कारक हैं। गौरतलब है कि हाल ही में न्यूयार्क में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी के बाद भारत अमेरिका संबंधों में तनाव आ गया था। जयशंकर ने चीन के संबंध में कहा कि वह अपनी प्रगति का अधिकांश श्रेय अपने नेतृत्व की गुणवत्ता को देता है।
उन्होंने चीन के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि चीन, जहां मैं हाल फिलहाल तक था, मेरे मुताबिक अपनी तरक्की का अधिकांश श्रेय अपने नेतृत्व की गुणवत्ता को देता है। आश्चर्य नहीं है कि आज इसका सबसे गंभीर नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 30, 2014, 09:18