Last Updated: Tuesday, October 29, 2013, 22:18
बीजिंग : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीजिंग दौरे पर हुए सीमा सुरक्षा समझौते के बाद चीन ने आज कहा कि सीमा से लगे इलाकों में कुछ तरह की घटनाएं होना अपरिहार्य है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि दोनों पक्ष इनका समाधान करने के लिए मिलकर काम करें।
चीनी विदेश मंत्रालय में काउंसिलर हुआंग शिलियन ने कहा कि अगर दो मकानों के बीच बाड़ लगा है तो भी समस्याएं पैदा हो सकती हैं, लेकिन इसके साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की एक भी घटना नहीं हुई है। विश्व की दूसरी सीमाओं से तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि चीन-भारत सीमा पर शांति है। वह यहां आए और रहने वाले भारतीय पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
हुआंग ने कहा, कभी कभी सीमा पर कुछ घटनाओं का होना अपरिहार्य है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि दोनों पक्ष इनको मिलकर हल करें। उनसे देपसांग घाटी में इस साल चीनी सैनिकों की घुसपैठ से जोड़कर सवाल पूछा गया था। उन्होंने कहा, इस मुद्दे को हवा देने से मदद नहीं मिलेगी।
हुआंग ने कहा, बीडीसीए पर हस्ताक्षर किए जाने से पहले भी सीमा पर शांति थी और यह समझौता आगे शांति एवं सौहार्द के लिए कसौटी है। इस समझौते पर हस्ताक्षर के बाद हमें और यकीन रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन ने भारत की सभ्यता से बहुत कुछ सीखा है और अब वक्त आ गया है कि दोनों सभ्यताएं नए युग में हाथ मिलाएं। हुआंग ने कहा कि द्विपक्षीय व्यापार के मोर्चे पर चीन भारत की चिंताओं का निवारण करने का प्रयास कर रहा है। भारत की चिंता व्यापार घाटे को लेकर रही है। उन्होंने कहा, इस मुद्दे का निवारण करने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 29, 2013, 22:18