अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के बजट में कटौती

अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के बजट में कटौती

वाशिंगटन : इलेक्ट्रॉनिक जासूसी के कारण पैदा हुए विवाद और तनाव के एक साल बाद अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि वर्ष 2015 के प्रस्तावित बजट में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के लिए आवंटित धन में 5 फीसदी की कमी आएगी।

नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक जेम्स क्लैपर ने कहा कि देश की 17 खुफिया सेवाओं में से अधिकतर के लिए प्रस्तावित बजट की राशि 45.6 अरब डॉलर हो गई। यह राशि 1 अक्तूबर 2015 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए है। यह प्रस्तावित बजट वर्ष 2014 में नेशनल इंटेलिजेंस प्रोग्राम के बजट से कम है। वर्ष 2014 का बजट 48.2 अरब डॉलर था। प्रस्तावित बजट का कांग्रेस द्वारा पारित किया जाना जरूरी है।

अधिकारियों ने कहा कि पेंटागन सेना का सहयोग करने वाली खुफिया गतिविधियों के लिए आवंटित होने वाली धनराशि में भी कुछ कमी करने का सोच रहा है। इस संदर्भ में अगले वित्तीय वर्ष के लिए 13.3 अरब डॉलर का अनुरोध किया जा रहा है। साल 2014 के बजट में सैन्य खुफिया कार्यक्रम के लिए यह राशि 14 अरब डॉलर थी।

अमेरिका खुफिया एजेंसियों और उनके वित्त पोषण से जुड़ी गोपनीयता के कारण यह स्पष्ट नहीं हो सका कि क्या पूर्व खुफिया अनुबंधकर्ता एडवर्ड स्नोडेन द्वारा उजागर की गई खुफिया जानकारियों का असर राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के 2015 के बजट पर पड़ा है।

स्नोडेन ने जून से जिन गोपनीय दस्तावेजों का खुलासा वाशिंगटन पोस्ट के समक्ष किया था, उनसे विभिन्न खुफिया अभियानों व कार्यक्रमों को धन मुहैया कराने वाले कथित ‘ब्लैक बजट’ की जानकारी सार्वजनिक हुई थी। (एजेंसी)

First Published: Friday, March 7, 2014, 10:04

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