Last Updated: Saturday, January 25, 2014, 15:58

वॉशिंगटन : अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज अगले सप्ताह मुलाकात करेंगे। समझा जाता है कि केरी और अजीज भावी द्विपक्षीय संबंधों की रूपरेखा तैयार करेंगे।
विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कल यहां बताया ‘‘कोई विशेष घोषणा नहीं होगी लेकिन इस बारे में एक रूपरेखा बनाई जाएगी कि हम अपने संबंधों को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं और कैसे इन्हें आगे बढ़ाएं।’’ दोनों पक्षों के बीच बहुप्रतीक्षित रणनीतिक वार्ता सोमवार को वॉशिंगटन में होनी है। अक्तूबर माह में राष्ट्रपति बराक ओबामा की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से व्हाइट हाउस मुलाकात होने के बाद दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों की यह पहली उच्च स्तरीय मुलाकात है।
विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया ‘‘पिछले करीब साढ़े चार साल में संबंधों में गहरे उतार चढ़ाव देखने के बाद दोनों देशों ने करीब डेढ़ साल से इन रिश्तों को ठोस आधार देने के लिए बहुत प्रयास किए हैं।’’ उन्होंने कहा ‘‘यहा बहुत अच्छी बात है लेकिन यह आखिरी नहीं है। और भी दूसरी वार्ताएं हैं जो बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ाएंगी और इसे मजबूती देंगी।’’
विदेश मंत्रालय के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच सुरक्षा के मुद्दे पर अधिक ध्यान दिए जाने की संभावना है क्योंकि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अफगानिस्तान में स्थिर और सकारात्मक सत्ता हस्तांतरण के लिए मदद कर रहे हैं। अफगानिस्तान में इस साल राष्ट्रीय चुनाव होने के साथ ही अमेरिकी और नाटो बल वापस चले जाएंगे और देश की जिम्मेदारी निर्वाचित सरकार पर आ जाएगी।
अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों से बातचीत के लिए अजीज की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय दल इस सप्ताह के अंत में यहां आ रहा है। अजीज राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रधानमंत्री के सलाहकार भी हैं। समझा जाता है कि वह ओबामा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साथ उन अधिकारियों से भी मिलेंगे जो राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में, पेंटागन में, वित्त मंत्रालय में, उर्जा मंत्रालय में और अन्य विभागों में हैं।
अधिकारी ने बताया ‘‘प्रधानमंत्री का यहां का दौरा अच्छा रहा और कई व्यापक बैठकें हुईं। मेरे विचार से वह संतुष्ट हो कर गए। केरी का दौरा भी अच्छा था और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ अच्छे संबंध स्थापित हुए।’’ विदेश मंत्रालय के ही एक अन्य अधिकारी ने कहा ‘‘इसलिए, निजी स्तर पर मैं मानता हूं कि लोग एक दूसरे को समझ रहे हैं जान रहे हैं और वार्ता बहुत ही व्यापक तथा सकारात्मक हो सकती है।’’
अमेरिका पाक रणनीतिक वार्ता ओबामा प्रशासन के पहले कार्यकाल के दौरान शुरू हुई थी। तब हिलेरी क्लिंटन विदेश मंत्री थीं। वर्ष 2010 में दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक वार्ता के तीन दौर हुए। लेकिन वर्ष 2011 और 2012 में दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में तनाव आने की वजह से यह वार्ता बाधित हो गई।
बहरहाल, अगस्त में केरी के पाकिस्तान दौरे के दौरान दोनों पक्षों ने ऐलान किया कि वह इस प्रक्रिया को बहाल करने जा रहे हैं। वार्ता के प्रमुख पांच उप क्षेत्र हैं। यह क्रमश: उर्जा, रक्षा, रणनीतिक स्थिरता, आर्थिकी और वित्त व्यवस्था, कानून प्रवर्तन और आतंकवाद से मुकाबला हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस रणनीतिक वार्ता के दौर में जोर आर्थिक सहयोग और सुरक्षा पहलू पर होगा। उन्होंने बताया कि सुरक्षा वार्ता अफगानिस्तान में सुलह सहमति जैसे मुद्दों पर केंद्रित होगी। इसमें इस बात पर भी चर्चा होगी कि पाकिस्तान अपनी घरेलू चुनौतियों से कैसे निपट रहा है और अमेरिका इस बारे में क्या तथा कैसे मदद कर सकता है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 25, 2014, 15:54