Last Updated: Sunday, March 23, 2014, 14:18
ज़ी मीडिया ब्यूरो पर्थ/कुआलालंपुर/बीजिंग : मलेशिया के लापता विमान के संदर्भ में चीन के उपग्रहों द्वारा दक्षिणी हिंद महासागर में एक बड़ी वस्तु को तैरता हुआ देखे जाने के एक दिन बाद ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को कहा कि महासागर के दूरवर्ती हिस्से में लकड़ी का एक बक्सा देखा गया है जिसके बाद लापता मलेशियाई विमान का पता लगने की उम्मीदें बढ़ रहीं हैं।
गौर हो कि हिंद महासागर के सुदूर दक्षिण हिस्से में चीनी उपग्रहों की ओर से एक बड़ी वस्तु का पता लगाया गया है जो लापता मलेशियाई विमान का मलबा हो सकता है। वहीं, विमान की तलाश तीसरे हफ्ते भी जारी है। मलेशियाई रक्षा एवं परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने कुआलालंपुर में संवाददातओं को बताया कि यह वस्तु 22.5 मीटर लंबा और 13 मीटर चौड़ी है।
बीते 8 मार्च को लापता हुए मलेशियन एयरलाइंस के विमान संख्या एमएच 370 की तलाश में लगे ऑस्ट्रेलिया के एक विमान ने पट्टियों वाला एक बॉक्स देखा। विमान में 239 यात्री सवार थे जिसमें पांच भारतीय और एक भारतीय-कनाडाई नागरिक शामिल थे। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टॉनी एबॉट ने कहा कि न्यू चाइनीज उपग्रह की तस्वीरों में वहां कम से कम एक बड़ी वस्तु को देखने की बात कही गई है। पपुआ न्यू गिनी यात्रा पर आये एबॉट ने कहा कि कल हमारे एक असैन्य तलाशी विमान ने ऑस्ट्रेलियाई खोजबीन क्षेत्र में कुछ वस्तुएं देखीं। इनमें कई छोटी वस्तुएं थीं। इसमें मुझे लगता है कि एक लकड़ी का बॉक्स भी था।
उन्होंने कहा कि कुछ भी निश्चित रूप से कहना जल्दीबाजी होगी लेकिन जाहिर तौर पर हमारे पास बहुत भरोसेमंद सुराग हैं और उम्मीद बढ़ रही है कि हम यह पता लगाने में कामयाब हो सकते हैं कि विमान के साथ क्या हुआ होगा। पर्थ से करीब 2,500 किलोमीटर दूर दक्षिण पश्चिम में हिंद महासागर के क्षेत्र में विमान की तलाश में आज अनेक विमान शामिल हुए। तीन दिन तक चली सघन तलाश में कुछ नहीं मिला है। मलेशियाई विमान कुआलालंपुर से उड़ान भरने के एक घंटे बाद राडार के दायरे से रहस्यमयी तरीके से बाहर हो गया था। कल चीनी उपग्रहों ने एक नई वस्तु को देखा था और संदेह हुआ कि यह बीजिंग के लिए उड़ान भरने वाले उक्त विमान का मलबा हो सकता हैं।
उधर, हिंद महासागर के सुदूर दक्षिण हिस्से में चीनी उपग्रहों द्वारा एक बड़ी वस्तु का पता लगाया गया है जो लापता मलेशियाई विमान का मलबा हो सकता है। मलेशियाई रक्षा एवं परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने कुआलालंपुर में संवाददातओं को बताया कि यह वस्तु 22.5 मीटर लंबा और 13 मीटर चौड़ी है। उन्होंने बताया कि चीन इसे सत्यापित करने के लिए जहाज भेज रहा है।
चीन ने बाद में कहा कि उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों से जाहिर होता है कि ‘तैरती हुई वस्तु’ 18 मार्च मंगलवार के दिन दोपहर करीब 12 बजे देखी गई। यह वस्तु पश्चिमी आस्ट्रेलिया के सुदूर पश्चिम समुद्र में 16 मार्च को एक अन्य उपग्रह से दिखे मलबे से करीब 120 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में दिखी। चीन के स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्री फॉर नेशनल डिफेंस ने बताया कि ये तस्वीरें हिंद महासागर के सुदूर दक्षिण क्षेत्र में 18 मार्च को गाओफेन-1 उपग्रह से दोपहर करीब 12 बजे ली गई। (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Sunday, March 23, 2014, 14:18