कराची एयरपोर्ट पर पाक तालिबान का हमला, 10 आतंकियों समेत 29 की मौत

कराची एयरपोर्ट पर पाक तालिबान का हमला, 10 आतंकियों समेत 29 की मौत

कराची एयरपोर्ट पर पाक तालिबान का हमला, 10 आतंकियों समेत 29 की मौतज़ी मीडिया ब्‍यूरो/बिमल कुमार

कराची : कराची अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पाकिस्तान तालिबान के एक भयानक हमले में आज हमलावर सभी दस आतंकियों समेत 29 लोग मारे गए हैं। 13 घंटे की लंबी लड़ाई के बाद दोपहर बाद स्थिति को नियंत्रण में बताया जा रहा है। प्रतिबंधित तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हमले की जिम्मेदारी ली है जो देश के सबसे बड़े शहर में स्थित जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आधी रात के बाद किया गया था।

टीटीपी के प्रवक्ता शाहिदुल्लाह शाहिद ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा, कराची हवाई अड्डे पर हमने यह हमला किया और यह पाकिस्तान सरकार को एक संदेश है कि हम निर्दोष लोगों को उनके गांवों में बम हमलों का शिकार बनाए जाने का जवाब देने के लिए अभी जिंदा हैं। उन्होंने कहा कि यह हमला पूर्व टीटीपी प्रमुख हकीमुल्लाह मेहसूद की एक अमेरिकी ड्रोन हमले में हुई मौत का बदला लेने के लिए किया गया है।

दस आतंकियों ने पांच-पांच के दो समूहों में बंटकर हवाई अड्डे पर हमला किया जिसके परिणामस्वरूप सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच 13 घंटे तक लंबी लड़ाई चली। सुरक्षा बलों में सेना, अर्धसैनिक रेंजर, पुलिस तथा हवाई अड्डा सुरक्षा बल भी शामिल था।

हमलावरों ने सैन्य वर्दी और आत्मघाती जैकेटें पहन रखी थीं और ग्रेनेडों तथा रॉकेट लॉन्चरों से लैस आतंकियों ने कराची शहर के हवाई अड्डे को निशाना बनाया जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा शहर तथा वाणिज्यिक राजधानी है। हवाई अड्डे से विस्फोटों और गोलीबारी की आवाजें घंटों तक सुनाई देती रहीं।

रिपोर्ट के अनुसार, मारे गए लोगों में एएसएफ के 11 कर्मी, दो रेंजर अधिकारी, एक पुलिस अधिकारी तथा चार पाकिस्तानी इंटरनेशनल एयरलाइंस के अधिकारी शामिल हैं।

अर्धसैनिक रेंजर्स के प्रवक्ता सिब्तेन रिज्वी ने संवाददाताओं को बताया, हमला खत्म हो चुका है और हमने इलाके को सभी उग्रवादियों से मुक्त करा लिया है। बंदरगाह शहर कराची पर हालिया वर्षों में हुए इस सबसे भीषण हमले में दस आतंकियों समेत 29 लोग मारे गए तथा 24 अन्य लोग घायल हो गए।

रेंजर्स के महानिदेशक मेजर जनरल रिजवान अख्तर ने मीडिया को बताया, सुरक्षा बलों ने सात आतंकियों को मार गिराया जबकि तीन आतंकियों ने लड़ाई के दौरान खुद को विस्फोट से उड़ा दिया। उन्होंने बताया, बहुत जल्द हम हवाई अड्डे को नागर विमानन प्राधिकरण को सामान्य संचालन शुरू करने के लिए सौंप देंगे। इससे पूर्व, सेना ने हवाई अड्डे को अपने कब्जे में लेने के लिए चलाए गए अभियान को समाप्त घोषित कर दिया था लेकिन नए सिरे से गोलीबारी भड़कने के बाद फिर से जवाबी कार्रवाई शुरू करनी पड़ी।

सेना की इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के प्रवक्ता ने बताया, सभी दस आतंकी मारे गए हैं और हवाई अड्डा सुरक्षित है। आतंकी किसी विमान या साजो सामान को नुकसान नहीं पहुंचा पाए। एयरपोर्ट सिक्योरिटी फोर्स (एएसएफ) के कर्मचारियों के रूप में पुरानी हवाई अड्डा टर्मिनल इमारत में घुसने के बाद उग्रवादियों को घेर कर मार डाला गया। उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकियों के पास से आधुनिक मशीनगन और राकेट लांचर बरामद किए गए हैं तथा उनकी शिनाख्त की जा रही है।

First Published: Monday, June 9, 2014, 08:49

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