Last Updated: Thursday, October 10, 2013, 19:02

लंदन: बालिकाओं की शिक्षा की पैरोकार पाकिस्तान की किशोर कार्यकर्ता मलाला युसुफजई को यूरोपीय संसद के शीर्ष सखारोव मानवाधिकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया । मलाला को तालिबान ने गोली मार दी थी ।
यूरोपीय संघ संसद के अध्यक्ष मार्टिन शल्ज ने कहा कि यूरोपीय संसद इस युवती की अतुल्य मजबूती को स्वीकार करती है। उन्होंने कहा कि मलाला सभी बच्चों को बिना भेदभाव के शिक्षा दिये जाने के लिए बहादुरी से खड़ी हुई।
तालिबान ने पिछले साल पाकिस्तान की स्वात घाटी में लड़कियों के शिक्षा के अधिकार के समर्थन में बोलने पर 16 वर्षीय मलाला की गोली मार दी थी।
यूरोपीय संसद द्वारा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए सोवियत भौतिकविज्ञानी आंद्रेय सखारोव की याद में सखारोव पुरस्कार दिया जाता है।
कंजरवेटिव यूरोपीय पीपुल्स पार्टी (ईपीपी) के अध्यक्ष जोसेफ दौल ने कहा कि आज हमने दुनिया को यह बताने का निर्णय लिया है कि बेहतर भविष्य के लिए हमारी आशा मलाला युसुफजई जैसे युवाओं पर है । अति चरमपंथी इस्लाम के खिलाफ लड़ाई का प्रतीक बन चुकी मलाला को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया है ।
यूरोप के शीर्ष मानवाधिकार पुरस्कार में 65 हजार डालर की राशि दी जाती है। अमेरिकी खुफिया सर्विलांस कार्यक्रम का भंडाफोड़ करने वाले एडवर्ड स्नोडेन को भी संसद के सखारोव पुरस्कार के लिए नामित किया गया था ।
इससे पहले यह पुरस्कार दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता आंग सान सूची हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 10, 2013, 19:02