Last Updated: Friday, November 29, 2013, 00:31

लंदन : बालिका शिक्षा के लिए अभियान चलाने को लेकर तालिबान का कोपभाजन बन चुकी पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई को यहां के एक साप्ताहिक प्रकाशन ने सर्वाधिक प्रभावी एशियाई नामित किया है। ‘गरावी गुजरात 2 :जीजी 2: नेतृत्व पुरस्कार 2013’ में बीती रात मलाला के साथ कायनात रियाज और शाजिया रमजान को उनकी वीरता को लेकर जीजी 2 हैमर अवार्ड के लिए चुना गया। तालिबान ने पिछले साल स्वात घाटी में इन तीनों पर गोली चलाई थी।
ब्रिटिश उप प्रधानमंत्री निक क्लेग इस मौके पर मुख्य अतिथि थे जहां ‘जीजी2 पावर 101’ सूची के ताजा अंक में मलाला को नंबर 1 स्थान दिया गया। इस पुरस्कार को लेने के लिए मलाला मौजूद नहीं थी लेकिन उन्होंने रिकार्ड किए गए एक संदेश में कहा कि हमें उनके अधिकार के लिए बच्चों के संघर्ष को अवश्य स्वीकार करना चाहिए और उन बच्चों की मदद करनी चाहिए जो बाल व्यापार का दंश झेल रहे हैं। कोई भी आतंकवादी हमें रोक नहीं सकता और हम बालिका शिक्षा के अधिकार के लिए अपना अभियान जारी रखेंगे।
साप्ताहिक प्रकाशन में कहा गया है कि मलाला, एक साल पहले तक गुमनाम थी लेकिन अब वह बालिका शक्ति का पर्याय बन चुकी है जिसकी हर जगह सराहना की जानी चाहिए। आज राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कद्दावर लोग और सत्ता 16 वर्षीय इस बालिका को सुनती है। (एजेंसी)
First Published: Friday, November 29, 2013, 00:31