Last Updated: Tuesday, April 1, 2014, 10:55

पर्थ : लापता उड़ान एमएच 370 के ‘ब्लैक बॉक्स’ का संकेत समाप्त होने में मात्र एक सप्ताह का समय बचा है, ऐसे में अधिकारियों के सामने इतने कम समय में इसे तलाशने की चुनौती है।
आस्ट्रेलियाई पोत ओशन शील्ड कल पर्थ के लिए रवाना हुआ। इस पोत में ब्लैक बॉक्स का पता लगाने वाला अमेरिकी यंत्र ‘टोव्ड पिंगर लोकेटर’ लगा हुआ है लेकिन इस पोत को दूरस्थ दक्षिणी हिंद महासागर में तलाश क्षेत्र तक पहुंचने में तीन दिन लग सकते हैं।
ब्लैक बॉक्स का संकेत आमतौर पर लगभग 30 दिन रहता है और ऐसी आशंका बढ़ रही है कि समय हाथ से निकल जाएगा। मलेशियाई विमान आठ मार्च को लापता हुआ था। इसमें 239 यात्री सवार थे। आस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री डेविड जॉनसन ने स्वीकार किया कि इसका पता चलने की उम्मीद बहुत कम है क्योंकि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के स्थान का पता लगाने के लिए पहले मलबे का पता लगना जरूरी है।
उन्होंने राष्ट्रीय रेडियो से कहा कि हमारे पास एक सप्ताह का समय बचा है लेकिन बैटरी कितने समय तक चलेगी, यह पानी के तापमान और उसकी गहराई एवं दबाव पर निर्भर करता है। हालांकि विमान की तलाश के लिए बहुराष्ट्रीय तलाश काफी दिनों से जारी है लेकिन अभी तक इसका कोई पता नहीं चल पाया है। मलेशिया का मानना है कि कुआलालम्पुर से बीजिंग जा रहे विमान का निर्धारित पथ किसी ने जानबूझ कर बदल दिया था और उपग्रह डाटा इस बात की ओर इशारा करता है कि यह हिंद महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मलेशियाई अधिकारियों ने बताया कि लापता विमान के एक पायलट द्वारा कहे गये अंतिम शब्द ‘गुडनाइट मलेशियन थ्री सेवन जीरो’ थे जिसके बाद आज 10 विमानों और नौ जहाजों ने तलाश फिर से शुरू की। इससे पहले बताया गया था कि अंतिम संदेश के शब्द ‘आल राइट गुड नाइट’ थे।
परिवहन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हम पुष्टि करना चाहते हैं कि वायु यातायात नियंत्रक और कॉकपिट के बीच अंतिम वार्ता का वक्त आठ मार्च को मलेशियाई समय के अनुसार एक बजकर 19 मिनट था और ‘गुड नाइट मलेशियन थ्री सेवन जीरो’ कहा गया। मंत्रालय ने कहा कि अधिकारी इस बात का पता लगाने के लिए अब भी जांच कर रहे हैं कि अंतिम शब्द चालक ने कहे थे या सह चालक ने।
उधर, मलेशिया एयरलाइंस के लापता विमान के लिए मंगलवार को होने वाली खोज में कुल 10 विमान और नौ जहाज सहायता करेंगे। ज्वाइंट एजेंसी कोआर्डिनेशन सेंटर (जेएसीसीस) ने यह घोषणा की। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, पर्थ के सेवानिवृत्त एयर चीफ मार्शल अंगस होस्टन सोमवार को गठित जेएसीसी का नेतृत्व करते हुए ऑस्ट्रेलियाई सरकार के खोज और बहाली अभियान में सहयोग करेंगे। यह लापता विमान में सवार यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को समय पर जानकारी भी देगा और लोगों को ताजा उपलब्ध जानकारी से अवगत कराएगा। इसकी ताजा जानकारी के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई समुद्री सुरक्षा प्राधिकारण ने पर्थ के पश्चिम में 120,000 वर्ग किलोमीटर खोज क्षेत्र निर्धारित कर लिया है। रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयर फोर्स के दो पी3 ओरिअन विमान, मलेशिया के दो वायु सेना के दो सी-130, एक चीनी इल्यूशिन आईएन-76, अमेरिकी नौसेना का पी8 पोजीडन, जापान का एक गुल्फस्ट्रीम जेट, दक्षिण कोरिया का पी3 ओरियन, रॉयल न्यूजीलैंड वायुसेना का पी3 और जापान का एक पी3 ओरियन विमान खोज में सहायता करेंगे। इसके साथ एक नागरिक जेट भी होगा जो संचार रिले उपलब्ध कराएगा।
चार अलग-अलग इलाकों में नौ जहाज खोज में लगे हैं। ऑस्ट्रेलियाई रक्षक पोत ओसेन शील्ड एक पिंगर लोकेटर के साथ एचएमएएस स्टर्लिग से सोमवार को रात रवाना हुआ। खोज के क्षेत्र में मौसम खराब और दृश्यता कम होने की आशंका है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 1, 2014, 10:55