लापता विमान की तलाश जारी, ऑस्‍ट्रेलियाई पीएम ने कहा-इसके लिए समयसीमा नहीं

लापता विमान की तलाश जारी, ऑस्‍ट्रेलियाई पीएम ने कहा-इसके लिए समयसीमा नहीं

लापता विमान की तलाश जारी, ऑस्‍ट्रेलियाई पीएम ने कहा-इसके लिए समयसीमा नहींपर्थ : ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने सोमवार को यहां कहा कि दुर्घटनाग्रस्त मलेशियाई विमान की तलाश के लिए कोई ‘समयसीमा नहीं’ है तथा इसमें कुछ समय और लग सकता है। विमान की खोज में चलाए जा रहे अभियान को आज 23 दिन हो गए।

एबॉट आज सुबह पर्थ के रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयरफोर्स (आरएएएफ) स्टेशन पीयर्स पहुंचे। उन्होंने यहां कहा कि हम निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए कुछ समय तक तलाश और कर सकते हैं तथा हम निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए कुछ समय और तलाश करेंगे। निश्चित तौर पर मैं कोई समयसीमा तय नहीं कर रहा हूं।

तलाश अभियान में शामिल लोगों के योगदान की प्रशंसा करते हुए एबॉट ने कहा कि विश्व के सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञ’’ काम पर लगे हैं, लेकिन जब तक कोई मलबा नहीं मिल जाता, तब तक अधिकारी ‘अनुमान’ पर निर्भर रहेंगे। एबॉट ने कहा कि सभी प्रौद्योगिकी विशेषज्ञताएं इस्तेमाल की जा रही हैं। अगर यह रहस्य सुलझाने योग्य है तो हम इस सुलझा लेंगे।

उन्होंने कहा कि लेकिन मैं इस बात को कम करके नहीं आंकना चाहता कि यह काम कितना कठिन है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह का अंतरराष्ट्रीय सहयोग देखना ‘अद्भुत’ है। उन्होंने कहा कि हम अमेरिका, न्यूजीलैंड और मलेशिया के साथ नियमित सैन्य सहयोग रखते हैं, चीन, जापान और कोरिया से भी हमें सहयोग मिलना वाकई उत्साहजनक है। एबॉट ने कहा कि इससे पता चलता है कि मानवीय उद्देश्य के लिए इस क्षेत्र के देश मानवता के कल्याण हेतु काम करने के लिए एकजुट हो सकते हैं, इस असाधारण रहस्य को सुलझाने की कोशिश के लिए काम कर सकते हैं, हादसे के शिकार उस विमान में सवार 239 लोगों के परिजनों को ढाढ़स बंधाने की कोशिश के लिए काम कर सकते हैं।

मीडिया की खबरों के अनुसार एबॉट ने कहा कि देश के पूर्व रक्षा प्रमुख अवकाशप्राप्त एयरचीफ मार्शल आंगस ह्यूस्टन लापता मलेशियाई विमान के मलबे की तलाश के लिए एक नए संयुक्त समन्वय केंद्र का नेतृत्व करेंगे । कल अधिकारियों ने कहा कि पर्थ के करीब 1,850 किलोमीटर पश्चिम में नए तलाश क्षेत्र में खोज कर रहे जहाजों द्वारा उठाया गया पहला मलबा विमान का नहीं था ।

कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए उड़ान भरने वाला यह विमान रडार से अदृश्य हो गया था और सुदूर दक्षिणी हिन्द महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया । इसमें पांच भारतीयों, भारतीय मूल के एक कनाडाई और चीन के 154 नागरिकों सहित 239 लोग सवार थे। (एजेंसी)

First Published: Monday, March 31, 2014, 10:49

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