Last Updated: Wednesday, December 25, 2013, 18:25

वाशिंगटन : अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अमेरिकी बच्चों की फोन कॉल्स लेकर उनके सवालों का जवाब देती रहीं और सांता का पता लगाने में उनकी मदद करती रहीं। बच्चों से फोन पर बात करते हुए मिशेल ने एक बच्चे से कहा, ‘‘मैं ट्रैकर को देख रही हूं। स्क्रीन पर मुझे दिख रहा है कि वे अभी सूडान में हैं। वे अफ्रीका से होकर गुजर रहे हैं और वे प्रकाश से भी तेज गति से आ रहे हैं। वे बहुत तेज गति से पूरी दुनिया में उपहार बांटते हुए आ रहे हैं।’’ मिशेल ने कल लगभग 30 मिनट तक बच्चों के सवालों के जवाब देने के लिए फोन पर बातें कीं। बच्चे पूछ रहे थे कि सांता इस समय कहां हैं। यह कार्यक्रम नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड द्वारा संचालित वाषिर्क कार्यक्रम एनओआरएडी ट्रैक्स सांता का हिस्सा है। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर आयोजित किए जाने वाले इस कार्यक्रम में मिशेल चौथी बार हिस्सा ले रही हैं।
मिशेल ने कहा, ‘‘मैं प्रथम महिला मिशेल ओबामा बोल रही हूं। मैं यहां एनओआरएडी ट्रैक सांता में आप लोगों की मदद के लिए आई हूं और इसीलिए आप यहां फोन कर रहे हैं न? आप सांता का पता लगाने के लिए ही फोन कर रहे हैं न?’’ दक्षिण केरोलीना से फोन करने वाले एक दूसरे बच्चे को मिशेल ने कहा, ‘‘अगर आप बच्चे इस साल अच्छे से रहे हैं तो मैं जानती हूं कि सांता यहां आकर कुछ बढ़िया खिलौने देकर जाएगा। लेकिन तुम जानते हो कि उनके तुम्हारे घर में आने से पहले तुम्हें जल्दी सोना होगा। क्यांेकि सांता तभी आते हैं, जब आप लोग जल्दी सोते हैं।’’ एनओआरएडी ट्रैक्स सांता कार्यक्रम की शुरूआत वषर्1955 में उस समय हुई थी जब कोलोरेडो स्थित केंद्र में फोन करके एक बच्चे ने फोन किया था। उसने एक अखबार में गलत छपे टेलीफोन नंबर पर फोन किया था। उसने सांता की तत्कालिक स्थिति के बारे में पूछा था। उस समय ड्यूटी पर तैनात कमांडर ने फोन कॉल का जवाब दिया था। इसके बाद से सांता की ट्रैकिंग की प्रथा शुरू हो गई। यह एक ऐसी प्रथा थी, जिसे 1958 में एनओआरएडी की स्थापना के बाद जारी रखा गया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 25, 2013, 18:23