Last Updated: Wednesday, May 14, 2014, 19:53

सोमा (तुर्की) : तुर्की के प्रधानमंत्री ने बताया कि देश के पश्चिमी भाग में एक कोयला खदान में हुए विस्फोट और उसमें आग लगने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर आज 232 हो गयी। तुर्की के सबसे भयावह खदान हादसों में शामिल इस दुर्घटना के बाद भीतर फंसे करीब 190 खननकर्मियों के बारे में अभी तक कोई सूचना नहीं है। प्रधानमंत्री रेसेप तायपे एर्दोगन ने आज सोमा स्थित कोयला खदान का दौरा करते हुए इस आशय की घोषणा की। यह खदान दक्षिण इस्तांबूल से करीब 250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने हादसे के कारण तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की थी जिसमें राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। उन्होंने अल्बानिया की अपनी एक-दिवसीय यात्रा स्थगित करके सोमा का दौरा किया। अधिकारियों ने बताया कि कर्मचारी खदान में शिफ्ट बदलने की तैयारी कर रहे थे उसी दौरान हुए विस्फोट में खदान पूरी तरह ध्वस्त हो गयी। हादसे में मरने वालों की संख्या बहुत ज्यादा होने की आशंका है क्योंकि उस वक्त सामान्य से ज्यादा संख्या में कर्मचारी खान में मौजूद थे।
तुर्की में विस्फोट और खदान धंसने की घटनाएं होती रहती हैं खासकर निजी खदानों में सुरक्षा नियमों का उल्लंघन होता है। तुर्की में सबसे बड़ा खदान हादसा 1992 में हुआ था, जब जोंगुलडक में एक खान में गैस विस्फोट से 263 श्रमिक मारे गए थे। इस्तांबूल में खान की मालिकाना हक वाली कंपनी ‘सोमा होल्डिंग’ के मुख्यालय के बाहर जमा होकर सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया। उर्जा मंत्री तानिर यिलदिज ने बताया कि सोमा के कोयला खान में विस्फोट के वक्त 787 लोग खान के भीतर थे और अभी तक 363 लोगों को बचाया गया है। उन्होंने कहा, बचाव कार्य के बारे में मैं कह सकता हूं कि हमारी आशाएं क्षीण हो रही हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 14, 2014, 08:58