Last Updated: Saturday, January 4, 2014, 17:25
इस्लामाबाद : परवेज मुशर्रफ के बचाव में उतरते हुए मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के प्रमुख अलताफ हुसैन ने कहा है कि संकट में घिरे पूर्व पाकिस्तानी सैन्य शासन को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह मुहाजिर (भारत से आए शरणार्थी) हैं।
हुसैन ने कल सिंध प्रांत के हैदराबाद में अपने समर्थकों की एक सभा में कहा, ‘‘आप मुशर्रफ, एक मुहाजिर के साथ क्या कर रहे हैं? यदि आप चाहते हैं, तो मुशर्रफ को सजा दीजिए लेकिन उन लोगों को भी जेल में डालिए जिन्होंने जमीनी स्तर पर मार्शल कानून ला लागू किया, दूसरों को क्यों बख्शा जा रहा है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘(पूर्व सेना प्रमुख अशफाक परवेज) कयानी, पूर्व प्रधान न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी एवं अन्य न्यायाधीश भी न्यायेतर कार्यों के हिस्से हैं।’’ लंदन में रहने वाले और नियमित रूप से फोन पर एमक्यूएम कार्यकर्ताओं को संबोधित करने वाले हुसैन स्वयं भी एक मुहाजिर है। वर्ष 2007 में पाकिस्तान में आपातकाल लगाने को लेकर राजद्रोह के मुकदमे का सामना कर रहे 70 वर्षीय मुशर्रफ का परिवार दिल्ली से पाकिस्तान चला गया था।
मुशर्रफ राजद्रोह के मुकदमे का सामना करने वाले पहले जनरल हैं। यदि उन्हें दोषी करार दिया जाता है तो उन्हें उम्रकैद या मौत की सजा हो सकती है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 4, 2014, 17:25