Last Updated: Friday, January 3, 2014, 19:40

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के वकील ने कहा है कि उनकी हालत स्थिर है लेकिन उनकी जान को खतरा नहीं है। मुशर्रफ की एंजियोप्लास्टी या बाईपास सर्जरी किए जाने की जरूरत के बारे में आई खबरों के बीच उनके वकील ने यह बात कही।
पूर्व सैन्य शासक की कानूनी टीम के एक अहम सदस्य ने रावलपिंडी में सैन्य अस्पताल के बाहर संवाददाताओं को बताया, ‘‘उनकी हालत स्थिर बनी हुई है लेकिन उनकी जान खतरे में नहीं है।’’ उनकी टिप्पणी का टीवी पर सीधा प्रसारण किया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि 70 वर्षीय मुशर्रफ तनाव में थे। यह पूछे जाने पर कि मुशर्रफ को असल में हुआ क्या है, उन्होंने बताया कि वह इसके विस्तार में नहीं जाना चाहते।
कसूरी ने कहा, ‘‘वह विशेष अदालत जा रहे थे तभी अचानक उनकी हृदय गति कम होने लगी।’’ 2007 में आपातकाल लगाने को लेकर देशद्रोह के आरोपों का सामना करने के लिए गुरुवार को विशेष अदालत जाते वक्त रास्ते में स्वास्थ्य बिगड़ने पर मुशर्रफ को अस्पताल ले जाया गया।
कसूरी ने कहा कि कानूनी टीम को रविवार शाम तक मुशर्रफ की मेडिकल रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है जिसे वे सोमवार को विशेष अदालत में पेश करेंगे। डॉन न्यूज ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया है कि मुशर्रफ के हृदय की तीन नलिकाएं अवरूद्ध हो गई हैं और उनकी एंजियोप्लास्टी या बाईपास सर्जरी की जरूरत पड़ेगी। खबर में बताया गया है कि दुबई या लंदन में उनके इलाज की संभावना के बारे में विचार किया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि मुशर्रफ को फिलहाल रक्त को पतला करने वाली दवाई दी जा रही है। उन्होंने बताया कि मुशर्रफ अत्यधिक तनाव में थे जिसके चलते उनके सीने में दर्द उठा। बहरहाल, आर्म्ड फोर्सेज इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी ने उनके स्वास्थ्य के बारे में कोई बयान जारी नहीं किया है। मुशर्रफ देशद्रोह का सामना करने वाले प्रथम जनरल हैं। दोषी साबित होने पर उन्हें उम्र कैद या मौत की सजा हो सकती है। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 3, 2014, 19:40