Last Updated: Wednesday, March 5, 2014, 22:27

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के वकीलों ने आज कहा कि पाकिस्तानी तालिबान की ओर से उन्हें सिर कलम किए जाने की धमकी मिल रही है। उन्होंने अपने मुवक्किल के खिलाफ देशद्रोह के मामले की सुनवायी का स्थान बदलने की मांग की। वकीलों ने अदालत के समक्ष एक पत्र भी प्रस्तुत किया। इसमें कथित तौर पर तहरीक-ए- तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने धमकी दी है कि वे मामले से अलग हो जाएं।
मुशर्रफ के वकील अहमद रजा कसूरी ने कहा कि टीटीपी ने उनके मुवक्किल के विधि दल को धमकी दी है जिसमें उनके अलावा वकील अनवर मंसूर और शरीफुद्दीन पीरजादा शामिल हैं। उन्होंने इसके अलावा यह भी कहा कि यहां नेशनल लाइब्रेरी में गठित अदालत को सोमवार को इस्लामाबाद में एक अदालत पर हुए हमले के बाद एक सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए जिसमें 11 लोग मारे गए थे। बचाव पक्ष के वकीलों ने इस संबंध में एक अर्जी दायर की है। यद्यपि अभियोजक अकरम शेख ने दलील दी कि अदालतें युद्ध के समय भी अपना कामकाज करती हैं।
न्यायमूर्ति फैसल अरब ने कहा कि किसी धमकी के मद्देनजर मामले की फाइल बंद करके रिकार्ड रूम में नहीं रखा जा सकती। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपनी जिम्मेदारियों का अहसास है, यदि मामला अदालत के समक्ष आता है तो उसे आगे बढ़ाना होगा, हम जीवन को किसी खतरे के लिए अपना कर्तव्य नहीं छोड़ सकते।’’ न्यायमूर्ति फैसल ने कहा कि उन्होंने कल एक घंटे तक इस्लामाबाद के महानिरीक्षक और आयुक्त से बात की और उन्होंने उन्हें भरोसा दिलाया है कि अदालत सुरक्षित है। मामले की सुनवायी सात मार्च के लिए स्थगित कर दी गई है। मुशर्रफ के मामले की सुनवाई सात मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई। वह आगामी 11 मार्च को अदालत के समक्ष उपस्थित हो गए हैं और उसी दिन उन्हें अ5यरोपित किया ता सकता है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 5, 2014, 20:37