Last Updated: Monday, November 18, 2013, 19:05
काठमांडो : नेपाल में मंगलवार को संविधान सभा का दूसरा चुनाव होने जा रहा है जिसके लिए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं ताकि चुनाव में खलल डालने की सीपीएन माओवादी नीत गठबंधन की धमकियों और हिंसा की कोशिशों को रोका जा सके।
इस चुनाव का उद्देश्य नेपाल की राजनीतिक अनिश्चितता को खत्म करना है। मुख्य चुनाव आयुक्त नीलकंठ उप्रेती ने बताया, ‘‘19 नवंबर के चुनाव के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।’’ सरकार ने इन महत्वपूर्ण चुनाव की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए 60,000 सैनिक सहित 2 लाख सुरक्षाकर्मी और एक लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों की व्यवस्था की है।
इस चुनाव के जरिए नेपाल 601 सदस्यीय संविधान सभा चुनेगा जो नया संविधान तैयार करेगी। संविधान सभा में 240 सदस्य प्रत्यक्ष मतदान प्रणाली से चुने जाएंगे। 335 सीटों के लिए आनुपातिक मतदान होगा और शेष 26 सदस्यों को सरकार नामित करेगी।
उप्रेती ने कहा है माओवादियों की धमकियों के बावजूद ऐसी कोई परेशानी नहीं है जो चुनाव को प्रभावित करे। माओवादियों ने लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने को कहा है।
उन्होंने बताया कि असंतुष्ट संगठनों से चुनाव में बाधा नहीं डालने को कहा गया है हालांकि, वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने इन संगठनों से कहा, ‘‘चुनाव का बहिष्कार करने के अपने अधिकारों का इस्तेमाल करने के दौरान आप कृपया मतदाताओं के अधिकारों का सम्मान करें।’’
मोहन वैद्य के नेतृत्व वाली सीपीएन माओवादी ने चुनाव बाधित करने के लिए नौ दिन की परिवहन हड़ताल का आह्वान किया है जो मंगलवार तक प्रभावी है। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 18, 2013, 19:05