Last Updated: Friday, November 29, 2013, 21:16
काठमांडो : नेपाल के विपक्षी दलों ने मांग की है कि संविधान के चुनाव में मिले जनादेश पर विचार करते हुए राजनीतिक सहमति के साथ नए राष्ट्रपति का चयन किया जाना चाहिए।
बीते 19 नवंबर को हुए चुनाव में दूसरे सबसे बड़े दल के रूप में उभरकर सामने आई सीपीएन-यूएमएल ने कहा कि राष्ट्रपति की नियुक्ति ताजा जनादेश के मुताबिक होनी चाहिए।
सीपीएन-यूएमएल के सचिव शंकर पोखरियाल ने संवाददाताओं से कहा कि सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस (एनसी) को सहमति का मसौदा पेश करना चाहिए।
उधर, एनसी के नेता प्रकाश शरण महत ने कहा कि उनकी पार्टी सहमति के जरिए नयी सरकार का गठन और संविधान का मसौदा तैयार करना चाहती है।
सीपीएन-यूएमएल के वरिष्ठ नेता माधव कुमार नेपाल ने कहा कि नयी सरकार के गठन और नए संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए माओवादियों सहित सभी राजनीतिक दलों को मिलकर काम करना चाहिए। नेपाल ने पत्रकारों से कहा, ‘‘संविधान का मसौदा तैयार करने की प्रक्रिया में हमें सभी राजनीतिक दलों को शामिल करना चाहिए।’’
उन्होंने यूसीपीएन-माओवादी सहित सभी राजनीतिक दलों को एक साथ लाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इससे नेपाल में राजनीतिक स्थिरता लाई जा सकेगी।
चुनाव में तीसरे स्थान पर रहने वाली माओवादी पार्टी ने संविधान सभा का बहिष्कार करने का फैसला किया है। (एजेंसी)
First Published: Friday, November 29, 2013, 21:16