Last Updated: Tuesday, January 14, 2014, 13:54
वाशिंगटन : ईरान और विश्व के छह ताकतवर देशों के बीच हुए महत्वपूर्ण परमाणु समझौते के मद्देनजर अमेरिका ने कहा है कि उसने ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन के संबंध में उसने अपनी स्थिति में कोई बदलाव नहीं किया है। गौरतलब है कि अमेरिका पहले से ही इस गैस पाइपलाइन का विरोध करता आ रहा है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की उप प्रवक्ता मैरी हार्फ ने कल संवाददाताओं को बताया, ‘‘मेरी समझ से ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन के संदर्भ में अमेरिका की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।’’ ईरान और पी5 प्लस 1 देशों - अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन और फ्रांस प्लस जर्मनी - के बीच हुए महत्वपूर्ण परमाणु समझौते के कारण अमेरिका ने ईरान के विरद्ध लगाए गए कई प्रतिबंधों में ढील दी हैं। इन छूटों में भारत जैसे देशों को अमेरिकी प्रतिबंधों से बचने के लिए ईरान से तेल आयात को कम करने की जरूरत नहीं रहेगी। हार्फ ने कहा कि समझौते का पहला चरण 20 जनवरी से प्रभाव में आ जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ 20 जनवरी से , आईएईए ईरान के परमाणु कार्यक्रम की स्थिति पर अपनी रिपोर्ट देगा जिसमें उसके यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम तथा अरक रिएक्टर पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसलिए इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि पहले और अब क्या हुआ । 20 जनवरी से वे 20 फीसदी संवर्धित यूरेनियम के उत्पादन को रोक देंगे ।’’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 14, 2014, 13:54