Last Updated: Friday, March 14, 2014, 00:40

कुआलालंपुर/बीजिंग : मलेशियाई अधिकारियों ने गुरुवार को उन खबरों को खारिज किया जिसमें कहा गया है कि मलेशिया एअरलाइन्स का लापता विमान आखिरी बार संपर्क होने के बाद भी कुछ समय तक उड़ान भरता रहा। अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की खबरें `सही नहीं हैं।` यहां तक कि अंतर्राष्ट्रीय तलाशी अभियान के जारी रहने के बीच शनिवार से लापता विमान का छठे दिन भी सुराग नहीं मिल पाया।
मलेशिया के कार्यवाहक परिवहन मंत्री हिशमुद्दीन हुसैन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विमान से अंतिम संदेश 1:07 बजे में मिला था जिसमें सबकुछ सामान्य था। मलेशिया का विमान एमएच 370 शनिवार को कुआलालंपुर से 239 सवारों को लेकर रवाना हुआ था। एक घंटे के बाद बोइंग 777-200ईआर रहस्यमय ढंग से गायब हो गया। माना जा रहा है कि विमान वियतनाम तट के समीप दक्षिण चीन सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया होगा।
यह विमान कुआलालंपुर से आधी रात बाद 12:41 बजे रवाना हुआ था और उसे बीजिंग में सुबह 6:30 बजे उतरना था। विमान में चालक दल के 12 सदस्य और 227 यात्री थे जिनमें पांच भारतीय, 154 चीनी, 38 मलेशियाई व अन्य देशों के नागरिक सवार थे। विमान का संपर्क 1:40 बजे टूट गया और उस समय वह वियतनाम के हो ची मिन्ह वायु नियंत्रण की सीमा में उड़ान भर रहा था।
हिशमुद्दीन ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि जहां चीनी उपग्रह ने तीन तैरती हुई वस्तुएं देखी थी वहां भी कुछ नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि मलेशियाई सागरीय प्रवर्तन एजेंसी के निगरानी विमान को आज सुबह चीनी उपग्रह द्वारा पाए गए मलबों की जांच करने के लिए भेजा गया। हमने अपनी ओर से प्रयास किया, लेकिन कुछ भी नहीं मिला। बताया गया था कि उपग्रह के चित्रों में तीन तैरती हुई संदिग्ध वस्तुएं पाई गईं जिसमें से एक अनुमानत: 22 से 24 मीटर आकार का होगा। वियतनाम के परिवहन मंत्री फाम क्यू तिएयू ने कहा कि वियतनाम ने भी गुरुवार को विमान और पोत रवाना किया लेकिन चीन के उपग्रह को जहां संदिग्ध चीजें तैरती दिखाई दी थीं वहां कुछ भी नजर नहीं आया।
मलेशिया की वायुसेना ने गुरुवार की सुबह एक लड़कू विमान भेजकर आठ घंटे तक सुबंग, पेनाग, फुकेट और अंडमान सागर के चारों तरफ के क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सुबह 5 बजे सी 130 ओरियन ट्रांसपोर्ट विमान सुबंग ने वायुसेना अड्डे से अंडमान सागर के लिए उड़ान भरा। इस उड़ान के दौरान सुबंग ने पेनाग और फुकेट का भी जायजा लिया। अभियान के पायलट ने कहा कि कहीं कुछ भी नहीं पाया गया। रडार संकेत के बारे में अधिकारी ने कहा कि यह अनुमान लगाया जा रहा है कि विमान मलक्का की खाड़ी के ऊपर से गुजरा होगा। अधिकारी ने कहा कि हर संभावना की जांच करना हमारा कर्तव्य है। हिशमुद्दीन के मुताबिक, लापता विमान की खोज में अभी 43 पोत और 40 विमान जुटे हैं। इनमें से 26 पोत और 25 विमान दक्षिण चीन सागर में और 17 पोत और 15 विमान मलक्का की खाड़ी में तैनात हैं।
उधर, बीजिंग में चीन के प्रधानमंत्री ली जिंगपिंग ने गुरुवार को कहा कि चीन लापता यात्री विमान की तलाश में कोई कोरोकसर नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि जब तक उम्मीद जिंदा है तलाशी जारी रहेगी। ली ने यह टिप्पणी चीन के वार्षिक विधायी सत्र के समापन के के बाद संवाददाता सम्मेलन में की। उन्होंने कहा कि हम किसी भी संदिग्ध संकेत का अनदेखा नहीं करेंगे। हम उपग्रह से प्राप्त चित्रों का सावधानी से अध्ययन कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 14, 2014, 00:40