Last Updated: Monday, March 10, 2014, 23:39

बीजिंग : एक वरिष्ठ तिब्बती अधिकारी ने इस संभावना को खारिज कर दिया कि तिब्बत की कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक बापा फुंतसो वांग्ये के प्रस्ताव के अनुरूप चीन और दलाई लामा के बीच कोई समझौता हो सकता है। तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र की जनसभा की स्थाई समिति अध्यक्ष पदमा चोलिंग ने कहा, दलाई लामा समस्या पर हमारी सोच में कोई फर्क नहीं आया है, और हम उस सोच में कोई परिवर्तन नहीं कर सकते। चीनी दैनिक ‘चाइना डेली’ ने चोलिंग के हवाले से कहा कि अधिकारियों ने 14वें दलाई लामा के प्रति अपनी नीति नहीं बदली है।
यहां, राष्ट्रीय जनसभा (एनपीसी) से इतर चोलिंग ने दावा किया कि हान और तिब्बती अवाम के बीच रिश्ते नजदीकी हैं और दलाई लामा ने उसमें गड़बड़ी की और रिश्ते खराब किए। चीनी जन गणराज्य के गठन के दौरान माओ त्से तुंग के साथ काम कर चुके 92 वर्षीय वांग्ये ने चीनी नेतृत्व से अपील की है कि वह दलाई लामा को अपने वतन लौटने और तिब्बत का मामला हल करने दें। हांग कांग में प्रकाशित हो रही आत्मजीवनी ‘ए लॉंग वे टू इक्वलिटी ऐंड यूनिटी’ में गुरिल्ला नेता ने चीन सरकार से कहा कि वह दलाई लामा के साथ किसी समझौते पर विचार करे। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 10, 2014, 19:18