Last Updated: Friday, November 29, 2013, 14:58
टोरंटो : कनाडाई प्रशासन ने वर्ष 2010 के दौरान आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) को व्यापक निगरानी करने की इजाजत दी थी जिसमें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और विश्व के 20 से अधिक नेताओं ने हिस्सा लिया था।
कनाडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन ने बताया, ‘अत्यधिक गोपनीय’ की मुहर वाले निर्देश विवरण यह दिखाते हैं कि अमेरिका ने जून 2010 में उस समय एनएसए के छह दिवसीय जासूसी अभियान के दौरान ओटावा स्थित अपने दूतावास को एक सुरक्षा कमान चौकी के रूप में तब्दील कर दिया था जब सिंह, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और 25 अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष कनाडा में थे।
कॉर्पोरेशन ने अपने इस दावे के समर्थन में उन दस्तावेजों का उल्लेख किया है जिसे एनएसए अनुबंधकर्ता एडवर्ड स्नोडेन ने साझा किया है। स्नोडेन ने अमेरिका के उस व्यापक अभियान का खुलासा किया है जो उसने वैश्विक संचार तक पहुंच बनाने और उसकी निगरानी करने के लिए चलाया था।
स्नोडेन मई के अंत में हांगकांग के रास्ते रूस भाग गया था। स्नोडेन ने मास्को हवाई अड्डे पर करीब एक महीने बिताये जिसके बाद रूसी अधिकारियों ने जून में उसे अस्थायी शरण प्रदान की। खबर में कहा गया है कि दस्तावेजों में टोरंटो शिखर सम्मेलन के दौरान एनएसए तथा संभवत: उसके कनाडाई सहयोगी द्वारा जासूसी के सटीक लक्ष्यों का खुलासा नहीं किया गया है। (एजेंसी)
First Published: Friday, November 29, 2013, 14:58