Last Updated: Sunday, April 27, 2014, 21:23

कुआलालंपुर/पर्थ : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आज कहा कि उनका देश लापता मलेशियाई विमान की खोज में और मदद देने को पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। ओबामा ने कहा कि मलेशियाई विमान की खोज उड्डयन इतिहास की अब तक की इस सबसे महंगी खोज है जिसमें रोबोट युक्त पनडुब्बी के 14 अभियान के बाद भी अभी तक कोई मलबा नहीं मिला है जिसके बाद खोज क्षेत्र विस्तारित कर दिया गया है।
ओबामा ने मलेशियाई प्रधानमंत्री नजीब रजाक के साथ यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मैं आपको यह बता सकता हूं कि अमेरिका के पास जो भी संसाधन और परिसम्पत्तियां हैं वह उसे उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है। निश्चित तौर पर हमें नहीं पता कि क्या हुआ लेकिन हमें यह पता है कि यदि वास्तव में विमान समुद्र के इस हिस्से में गिरा तो यह एक बड़ा क्षेत्र है और यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण और श्रमसाध्य प्रयास होगा जिसमें काफी समय लगेगा।’
तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर कल मलेशिया पहुंचे ओबामा ने कहा, ‘यह बहुत ही चुनौतीपूर्ण, प्रयास है और इसमें कुछ समय लगेगा।’ अमेरिकी राष्ट्रपति की यह टिप्पणी ऐसे समय आयी है जब अमेरिकी नौसेना प्रोब ब्लूफिन-21 ने मलेशियाई एयरलाइंस उड़ान संख्या एमएच370 के मलबा का पता लगाने के लिए हिंद महासागर में अपना 15 वां अभियान शुरू किया है।
वर्ष 1966 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति लिनडान बी जॉनसन ने मलेशिया की यात्रा की थी, उसके बाद ओबामा देश की यात्रा करने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं। ओबामा ने मलेशियाई एयरलाइंस एमएच370 की खोज के लिये किये जा रहे नजीब सरकार के प्रयासों का बचाव किया जो कि गत आठ मार्च को रहस्यपूर्ण ढंग से लापता हो गया था।
उन्होंने कहा, ‘मलेशियाई सरकार विमान का पता लगाने और वास्तव में क्या हुआ इसका पता लगाने के लिए कड़ा प्रयास कर रही है। मैं क्षेत्र के सभी देशों के लिए नहीं बोल सकता लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि अमेरिका और अन्य साझेदारों ने मलेशियाई सरकार को सहायता के लिए उत्सुक पाया है।’
मलेशियाई सरकार कथित तौर पर सूचना छुपाने और पारदर्शिता की कमी को लेकर विमान के 239 यात्रियों के रिश्तेदारों की आलोचना झेल रही है जिसमें से पांच भारतीय हैं। ओबामा ने ‘पूर्ण पारदर्शिता’ का आग्रह किया लेकिन कहा कि विमान की बहुराष्ट्रीय खोज में शामिल अमेरिका और अन्य देशों ने पाया है कि मलेशियाई सरकार के पास जो भी सूचना है उसने उसे ‘हमारे साथ साझा किया है।’
उन्होंने कहा, ‘वह उन परिवारों के दर्द को पूरी तरह से समझते हैं जिससे वे गुजर रहे हैं और कुछ जवाब चाहते हैं।’ विमान की खोज का नेतृत्व करने वाले संयुक्त एजेंसी समन्वय केंद्र ने पर्थ में कहा कि विमान के मलबे की हिंद महासागर की तलहटी में खोज कर रहे ‘ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल’ ब्लूफिन-21 के 14 अभियानों के बाद भी कोई परिणाम सामने नहीं आया है जबकि पानी के भीतर लक्षित क्षेत्र में से 95 प्रतिशत की खोज हो चुकी है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 27, 2014, 21:23