सर्जन जनरल के लिए ओबामा ने किया भारतीय-अमेरिकी विवेक मूर्ति को नामांकित

सर्जन जनरल के लिए ओबामा ने किया भारतीय-अमेरिकी विवेक मूर्ति को नामांकित

सर्जन जनरल के लिए ओबामा ने किया भारतीय-अमेरिकी विवेक मूर्ति को नामांकितवॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारतीय अमेरिकी विवेक मूर्ति को सर्जन जनरल के पद के लिए नामांकित किया है। ओबामा के इस कदम को एक शीर्ष अमेरिकी सांसद ने देश के भारतीय अमेरिकी समुदाय के लोगों के लिए ऐतिहासिक करार दिया है।

व्हाइट हाउस ने कल बताया कि ओबामा ने बोस्टन में रहने वाले डॉक्टर मूर्ति को सर्जन जनरल के पद पर नामांकित करने के अपने इरादे का ऐलान बीते सप्ताह किया था। अब उन्होंने अमेरिकी सीनेट को इसके लिए औपचारिक अधिसूचना भेज दी है।अगर मूर्ति के नाम को मंजूरी मिल जाती है तो वह न केवल इस पद पर पहुंचने वाले भारतीय मूल के पहले अमेरिकी होंगे बल्कि वह देश के अब तक के सबसे कम उम्र के सर्जन जनरल भी होंगे।

सीनेट को भेजे गए नामांकन पर व्हाइट हाउस ने कहा, मेसाचुसेट्स के विवेक हालेग्रे मूर्ति की शैक्षणिक योग्यताएं ,जनस्वास्थ्य सेवा की नियमित कोर के चिकित्सीय निदेशक बनने के लिए कानून और नियमों में दिए प्रावधानों के अनुरूप हैं। रेजीना एम बेंजामिन के इस्तीफे के बाद सर्जन जनरल का कार्यकाल चार साल का होगा। डेमोक्रेटिक कॉकस के उपप्रमुख और कांग्रेशनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन-अमेरिकन्स के सहप्रमुख कांग्रेस सदस्य जो क्रॉले ने ओबामा द्वारा किए गए नामांकन को देश भर के भारतीय-अमेरिकियों के लिए ‘ऐतिहासिक क्षण’ बताया।

क्रॉले ने एक बयान में कहा, भारतीय-अमेरिकी लोगों ने चिकित्सीय क्षेत्र समेत पूरे अमेरिकी समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं। एक और सुशिक्षित नेता को सरकार में आगे बढ़ते देखना सुखद है। सर्जन जनरल का कार्यकाल चार साल का होता है और वह जनस्वास्थ्य के मुद्दों पर प्रशासन का शीर्ष अधिकारी होता है।

बरिघम के अध्यक्ष डॉक्टर बेत्से नाबेल ने मूर्ति के बारे में दिए एक बयान में कहा, हमारा मानना है कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा तक पहुंच एक मूल मानवाधिकार है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि वे इस क्षेत्र में पूरे जज्बे के साथ काम करेंगे और सर्जन जनरल के रूप में उनका हमारे देश पर एक अदभुत प्रभाव होगा।

वर्ष 2009 से डॉक्टर्स फॉर अमेरिका के अध्यक्ष और सहसंस्थापक डॉक्टर मूर्ति हॉवर्ड मेडिकल स्कूल के बरिघम एंड वूमन्स अस्पताल में नियमित चिकित्सक और प्रशिक्षक हैं। इस पद पर वे वर्ष 2006 से हैं। वर्ष 2011 में डॉक्टर मूर्ति को रोग निवारण, स्वास्थ्य प्रोत्साहन और जनस्वास्थ्य पर बने सलाहाकार समूह का सदस्य नियुक्त किया गया था। डॉक्टर मूर्ति 2007 से बोर्ड ऑफ ट्रायलनेटवर्क्सक के अध्यक्ष और सहसंस्थापक रहे हैं। इसे पहले एपरनिकस नाम से पहचाना जाता था।

उन्होंने वर्ष 1995 में विजन्स वर्ल्डवाइड की सह-स्थापना की। यह एक गैर लाभकारी संगठन है जिसका मुख्य ध्यान भारत व अमेरिका में एचआईवी:एड्स शिक्षा पर है। इस संगठन में वे 1995 से 2000 तक अध्यक्ष रहे हैं। वर्ष 2000 से 2003 तक वे बोर्ड के अध्यक्ष रहे हैं।

उन्होंने हॉवर्ड विश्वविद्यालय से बीए की डिग्री ली। येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से उन्होंने एमबीए और येल स्कूल ऑफ मेडिसिन से एमडी की। नामांकन पर डॉक्टर मूर्ति को अगला सर्जन जनरल बनने की शुभकामनाएं देते हुए डॉक्टर्स फॉर अमेरिका के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर एलिस चेन ने कहा कि मूर्ति में अमेरिकी लोगों की जिंदगियों और स्वास्थ्य को संवारने के लिए बहुत समर्पण और प्रतिबद्धता का भाव है।

उन्होंने कहा, वे 50 राज्यों से 16 हजार डॉक्टरों और चिकित्सा के विद्यार्थियों को देश के स्वास्थ्य-सुधार के साझे काम के लिए एकसाथ लाने वाले नेतृत्वकर्ता रहे हैं। चेन ने कहा, उनके पास स्वास्थ्य सुधार, गठबंधन निर्माण और समुदायों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए विविधता से भरे लोगों को साथ लाने का दो दशक का अनुभव है। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, November 19, 2013, 14:53

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