Last Updated: Friday, February 21, 2014, 18:42

वाशिंगटन/बीजिंग : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा शुक्रवार को व्हाइट हाउस में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात करेंगे, दूसरी ओर चीन ने मुलाकात तत्काल रद्द करने की मांग करते हुए आगाह किया है कि इससे दोनों देशों के रिश्तों को बहुत नुकसान पहुंचेगा।
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद प्रवक्ता केटलिन हेडन ने बताया कि ओबामा अंतरराष्ट्रीय ख्याति के धार्मिक और सांस्कृतिक नेता की हैसियत से दलाई लामा से मुलाकात करेंगे।
ओबामा ने दलाई लामा से फरवरी 2010 और जुलाई 2011 में भी मुलाकात की थी। केटलिन ने कहा कि पिछले तीन दशकों से दोनों दलों के अमेरिकी राष्ट्रपति दलाई लामा से व्हाइट हाउस में मिलते रहे हैं। व्हाइट हाउस की घोषणा पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया की है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने एक बयान में कहा, ‘हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह चीन की चिंताओं को गंभीरता से ले और वह चीन विरोधी अलगाववादी कार्रवाई संचालित करने में दलाई लामा की मदद नहीं करे या अवसर नहीं दे।’
हुआ ने कहा कि चीन मुलाकात को लेकर बेहद चिंतित है और उसने अमेरिकी पक्ष के समक्ष अपना विरोध जताया है।
हुआ ने कहा कि तिब्बती मुद्दा चीन का घरेलू मामला है और वहां किसी भी दूसरा देश दखल नहीं दे सकता। उन्होंने कहा कि यह मुलाकात चीन के आंतरिक मामलों में दखल तथा अंतरराष्ट्रीय संबंधों के सिद्धांतों का गंभीर उल्लंखन हैं जिससे चीन-अमेरिका रिश्ते को भारी नुकसान हो सकता है।
यह पूछे जाने पर कि अगर ओबामा मुलाकात करते हैं तो चीन कैसे जवाब देगा तो प्रवक्ता ने कहा कि दलाई लामा से किसी विदेशी नेता के मिलने का चीन पुरजोर विरोध करता है।
उन्होंने कहा, ‘मैं इस बात पर जोर देना चाहती हूं कि अगर कोई देश चीन के हितों को प्रभावित करता है तो फिर उसके हितों को भी नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में हम अमेरिकी सरकार से आग्रह करते हैं कि वह चीन-अमेरिका रिश्ते को नुकसान होने से बचाने के लिए तत्काल इस मुलाकात को रद्द करना चाहिए।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, February 21, 2014, 18:40