Last Updated: Friday, March 14, 2014, 19:26

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए शुक्रवार को अदालत में पेश नहीं हुए जिसके बाद उनके खिलाफ सशर्त गैर जमानती वारंट जारी किया गया।
विशेष अदालत के रजिस्ट्रार अब्दुल गनी सूमरो ने कहा, ‘गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। 31 मार्च को उनके अदालत में पेश नहीं होने की स्थिति में इस पर अमल किया जाएगा।’ बचाव पक्ष के वकील फैसल चौधरी ने कहा, ‘अदालत का आदेश मिलने के बाद हम इसे चुनौती देंगे।’ अदालत ने मुशर्रफ के खिलाफ राजद्रोह के मामले की सुनवाई को 20 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया।
इससे पहले मुशर्रफ के वकील अहमद रजा कसूरी ने अदालत के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘सुरक्षा चिंताओं के कारण मुशर्रफ का अदालत में पेश होना बहुत मुश्किल होगा। सुरक्षा अलर्ट के मुताबिक, पंजाब के गर्वनर रहे सलमान तासीर की तरह मुशर्रफ को उनके खुद के संरक्षकों द्वारा निशाना बनाया जा सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए प्रोटोकॉल के अनुसार सभी 1600 सुरक्षाकर्मियों की जांच की जाएगी और इसमें कुछ सप्ताह का समय लगेगा।’
कसूरी ने यह भी दावा किया कि मुशर्रफ के खिलाफ मुकदमे के मामले पर सरकार और सेना की सोच एक नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया। सिंध उच्च न्यायालय के न्यायाधीश फैजल अरब की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एक खंडपीठ ने मुशर्रफ को अभ्यारोपित करने के लिए उन्हें आज पेश होने की खातिर समन जारी किया था। कसूरी ने कहा कि आरोपी को उसकी अनुपस्थिति में अभ्यारोपित नहीं किया जा सकता है।
अभियोजन पक्ष के वकील अकरम शेख ने दलील दी कि मुशर्रफ को हिरासत में ले लिया जाना चाहिए ताकि सरकार उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हो सके। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 14, 2014, 19:26