Last Updated: Tuesday, April 29, 2014, 10:40
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के शीर्ष नागरिक एवं सैन्य नेतृत्व ने वास्तविक परिणाम हासिल करने के लिए तालिबान के साथ व्यापक वार्ता करने का फैसला सोमवार को किया। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने तालिबान के साथ जारी वार्ता की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित की। यह बैठक ऐसे वक्त में हुई जब तालिबान की ओर से संघर्ष विराम समाप्त करने पर आतंकवादी हमले में वृद्धि देखी गई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, 40 दिनों का संघर्ष विराम 10 अप्रैल को समाप्त हो गया और तालिबान का कहना है कि उनकी दो मांगों कैदियों की रिहाई और दक्षिणी वजीरिस्तान के कुछ इलाके को उनके कब्जे में देने की मांग पर सरकार के तरफ से कोई प्रगति न होने की वजह से यह इसे बरकरार नहीं रखेगा।
अधिकारी ने एक बैठक के बाद बयान जारी कर कहा कि बैठक में सभी सहभागियों के बीच सर्वसम्मति से राय बनी कि तालिबान के साथ वार्ता एक संक्षिप्त एजेंडा होना चाहिए और वार्ता बेहतर मानदंड के अंतर्गत संपन्न होनी चाहिए। प्रधानमंत्री के साथ बैठक में सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ, आंतरिक मंत्री चौधरी निसार अली खान, आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जहीर-उल-इस्लाम, प्रधानमंत्री के विशेष सहायक तारीख फातेमी और वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने हिस्सा लिया। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 29, 2014, 10:40