Last Updated: Monday, April 21, 2014, 23:58
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में यू्ट्यूब पर लगे प्रतिबंध को हटाने के लिए संघर्ष कर रहे लोगों को आंशिक जीत प्राप्त हुई जब सीनेट की एक समिति ने आज देश में इस लोकप्रिय वीडियो शेयरिंग वेबसाइट को खोलने की मांग की। मानवाधिकार मामलों की स्थायी समिति ने कहा कि पाकिस्तान ऐसा एकमात्र मुस्लिम देश है जहां लोगों के पास यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।
पाकिस्तान में यूट्यूब 17 सितंबर 2012 से प्रतिबंधित है जब तत्कालीन प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ने सूचना मंत्रालय को इस वेबसाइट को बंद करने का आदेश दिया था। यह प्रतिबंध इसलिए लगाया गया था क्योंकि यूट्यूब ने फिल्म इनोसेंसी आफ द मुस्लिम्स को हटाने के पाकिस्तान सरकार के आग्रह को मानने से इंकार किया था। इस फिल्म को ईशनिंदा माना गया और दुनियाभर में कई मुस्लिम देशों में इसके खिलाफ हिंसा हुई थी।
(एजेंसी)
First Published: Monday, April 21, 2014, 23:58