Last Updated: Saturday, March 15, 2014, 09:25
पेरिस : पेरिस की एक अदालत ने रवांडा के पूर्व खुफिया प्रमुख को वर्ष 1994 में हुए नरसंहार के लिए दोषी ठहराते हुए उन्हें 25 साल कैद की सजा सुनाई है। अफ्रीकी देश में हुए इस नरसंहार में कम से कम 500,000 लोग मारे गए थे।
नरसंहार मामले में फ्रांस की अदालत में यह पहली दोषसिद्धी है। 20 वीं सदी की इस भयावह त्रासदी के सिलसिले में चल रहे दर्जनों मामलों में से एक इस मामले में यह फैसला कल देर रात आया जिसमें 54 वर्षीय पास्कल सिम्बाईकांगवा को दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई गई।
करीब साढ़े पांच सप्ताह तक चली सुनवाई के बाद सिम्बाईकांगवा को नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध में लिप्त पाया गया। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या सिम्बाईकांगवा के वकील फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। खुद को बेकसूर बताते हुए सिम्बाईकांगवा ने कहा कि उन्होंने देश की सड़कों पर और शहरों में कहीं कोई शव पड़े नहीं देखे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 15, 2014, 09:25