वैज्ञानिक बना रहे हैं सोशल मीडिया के लिए लाय डिटेक्टर

वैज्ञानिक बना रहे हैं सोशल मीडिया के लिए लाय डिटेक्टर

वैज्ञानिक बना रहे हैं सोशल मीडिया के लिए लाय डिटेक्टरह्यूस्टन : सोशल मीडिया पर अफवाहों के बीच असल खबर का पता लगाने के लिए यूरोपीय विशेषज्ञों की एक टीम एक सॉफ्टवेयर पर काम कर रही है। इससे अफवाहों के छा जाने से पहले ही इसकी पहचान हो पाएगी। यह कार्यभार फेमे नामक सॉफ्टवेयर करेगा। इसके जरिए अफवाहों की पड़ताल की जा सकेगी।

शेफिल्ड विश्वविद्यालय में टेक्सट माइनिंग की एक विशेषज्ञ, वरिष्ठ शोधकर्ता कलिना बोन्तचेवा ने बताया कि खबरों के स्रोत, ट्वीट और यहां तक की ट्वीट की भाषा आदि पर झूठी सूचनाओं को पकड़ने में यह सक्षम होगा। पौराणिक यूनानी देवी के नाम पर इसका नाम रखा गया है।

अध्ययनकर्ताओं को उम्मीद है कि यह सॉफ्टवेयर सनसनीखेज भाषाओं अथवा तीक्ष्ण आवेगों की पहचान करने के काबिल होगा। अकाउंट के अतीत अथवा पृष्ठभूमि पर भी यह गौर फरमाएगा जिससे पता चल सके कि क्या सिर्फ अफवाह फैलाने के लिए इसे बनाया गया है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, February 26, 2014, 16:27

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