Last Updated: Friday, February 14, 2014, 15:34
कोलंबो : मानवाधिकारों से जुड़े प्रस्ताव के संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार संस्था के समक्ष पेश होने से पहले श्रीलंका ने अमेरिकी कांग्रेस में अपनी लॉबिंग तेज कर दी है। श्रीलंका को अगले माह लिट्टे विरोधियों के खिलाफ सैन्य अभियान के दौरान युद्ध अपराधों के कथित अपराधों के आरोपों का सामना करना पड़ सकता है। राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के सचिव ललित वीरातुंगा ने संवाददाताओं को बताया कि अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों और अन्य शीर्ष अधिकारियों से मिलकर लॉबिंग करने का उनका अभियान ‘सफल’ रहा है।
वीरातुंगा ने कहा, ‘30 साल के विवाद के अंत के बाद से हमारी प्रगति की असल तस्वीर दर्शा कर मैं श्रीलंका के बारे में उनकी राय बदल सका।’ उन्होंने कहा कि यह काम काफी मुश्किल था क्योंकि अमेरिका में लिट्टे समर्थक लॉबी पुन: सामंजस्य बैठाने की प्रक्रिया में राजपक्षे सरकार की गलत तस्वीर पेश करने में लगी है। अमेरिका मार्च में होने वाले संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के सत्रों में श्रीलंका पर लगातार तीसरे प्रस्ताव को लाने के लिए पूरी तरह तैयार है। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 14, 2014, 15:34