Last Updated: Monday, November 18, 2013, 18:42
बीजिंग : चीन ने सोमवार को एक आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए श्रीलंका से मानवाधिकारों का संरक्षण करने और इसे बढ़ावा देने की कोशिश करने को कहा। इस तरह से उसने श्रीलंका में अल्पसंख्यक तमिलों के मानवाधिकार हनन के आरोपों पर गौर करने की भारत, ब्रिटेन और अन्य देशों के द्वारा ‘चोगम’ में की गई अपील का समर्थन किया है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता छिन गांग ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘विभिन्न देशों के आर्थिक और सामाजिक विकास में अंतर के चलते मानवाधिकार संरक्षण पर मतभेद हो सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए जरूरी यह है कि संबद्ध देश को मानवाधिकारों का संरक्षण करने और इन्हें बढ़ावा देने की कोशिशें करनी चाहिए जबकि दुनिया के अन्य देशों को रचनात्मक सहायता मुहैया करानी चाहिए।’’
वह हाल ही में संपन्न हुई राष्ट्रमंडल शासन प्रमुखों की बैठक (चोगम) में उठे मानवाधिकारों के मुद्दे और इससे जुड़े ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के बयान पर एक सवाल का वह जवाब दे रहे थे।
कैमरन ने कहा था कि यदि श्रीलंका अगले साल तक मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों का निपटारा नहीं करता है तो संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद द्वारा एक अंतराष्ट्रीय जांच किए जाने पर उनका देश जोर देगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 18, 2013, 18:42