Last Updated: Monday, February 17, 2014, 16:48
इस्लामाबाद : तालिबानी आतंकवादियों द्वारा 23 जवानों के सिर काटने के दावों के बाद पाकिस्तानी वार्ताकारों ने सोमवार को तालिबान के साथ अपनी निर्धारित बैठक रद्द कर दी है जिससे शांति वार्ता प्रक्रिया को बड़ा झटका लगा है।
सरकार के वार्ताकारों ने आज होने वाली बैठक में यह कहते हुए भाग लेने से इनकार कर दिया कि पाकिस्तानी तालिबान के साथ वार्ताओं से जुड़ी परिस्थितियां सही दिशा में आगे नहीं बढ़ रही हैं।
प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रतिनिधियों के साथ शांति वार्ता के लिए गठित सरकारी समिति के संयोजक इरफान सिद्दीकी ने कहा कि फ्रंटियर कोर (एफसी) के 23 जवानों की हत्या के बाद समूह के साथ वार्ता करना बेकार है।
सिद्दीकी ने एक बयान में कहा कि सरकारी वार्ता समिति की एक आपातकालीन बैठक कल बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि बैठक में मौजूदा स्थिति और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि समिति ने एफसी के जवानों की हत्या पर दु:ख प्रकट किया है और इसकी आलोचना करते हुए कहा है कि इस प्रकार की घटनाओं से गंभीर वार्ता की प्रक्रिया बाधित होगी।
मोहमंद एजेंसी के तालिबान प्रमुख उमर खालिद खुरासानी ने रविवार रात मीडिया को भेजे गए एक वीडियो बयान में कहा था कि उन्होंने पाकिस्तान में हिरासत में बंद तालिबानियों की हत्या का बदला लेने के लिए एफसी के जवानों की हत्या कर दी है।
तालिबान ने 2010 में इन जवानों का अपहरण किया था।
टीटीपी ने बयान में इस बात पर दु:ख प्रकट किया है कि एक ओर तो सरकार ने वार्ता की प्रक्रिया शुरू की है और दूसरी ओर वह टीटीपी सदस्यों को निशाना बनाना जारी रखे हुए है। टीटीपी ने कहा, ‘एफसी जवानों की हत्या हमारे साथियों के खून का बदला है।’ बयान में कहा गया है, ‘हम सरकार को यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हमें हमारे साथियों की हत्या का बदला लेना अच्छी तरह आता है।’ टीटीपी ने चेतावनी देते हुए कहा, ‘यदि सरकार अपना रुख नहीं बदलती है तो भविष्य में हमारी प्रतिक्रिया और भी कड़ी होगी।’
टीटीपी ने इस बात पर भी जोर दिया कि वह हत्या को दर्शाने वाली एक अन्य वीडियो शीघ्र ही जारी करेगा। यह वीडियो ऐसे समय सामने आया है जब स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में इससे कुछ ही घंटों पहले कहा गया था कि टीटीपी संघर्ष विराम के लिए तैयार है जिसके बारे में 24 घंटों में घोषणा कर दी जाएगी। इस बीच टीटीपी के संपर्क सूत्र मौलाना यूसुफ शाह ने कहा कि एफसी के जवानों पर हमले की खबर ने तालिबान वार्ता दल के प्रमुख मौलाना सैमुल हक की नींद उड़ा दी है।
उन्होंने इस घटना पर खेद जताया और कहा कि इस मामले पर टीटीपी समिति की भावनाएं सरकारी समिति से अलग नहीं हैं। शाह ने कहा कि हक शीघ्र ही टीटीपी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक करेंगे और तालिबान वार्ता समिति जल्द ही इस हमले पर एक बयान जारी करेगी। शाह ने तालिबान वार्ताकारों के साथ आज की बैठक रद्द करने के सरकारी समिति के निर्णय पर निराशा जताई है। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 17, 2014, 16:48