Last Updated: Sunday, February 23, 2014, 20:54
काबुल : पूर्वी अफगानिस्तान में भारी मात्रा में शस्त्रों से लैस सैकड़ों की संख्या में तालिबान आतंकवादियों ने आज सेना की चौकियों पर हमला किया जिसमें 21 सैनिक मारे गए। पिछले एक साल में अफगान सेना पर यह सबसे घातक हमला है। हमले को लेकर राष्ट्रपति हामिद करजई ने श्रीलंका की एक प्रस्तावित यात्रा टाल दी है। इस हमले के बाद से कई सैनिक लापता हैं।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जनरल मोहम्मद जहीर अजीमी ने ने बताया कि हमलों में तेजी लाने के लिए सैकड़ों की संख्या में विदेशी और अफगान आतंकवादी सीमा के अंदर घुस गए हैं। यह हमला आज सुबह कुनार प्रांत में गाजी अबाद जिले के दूर दराज के क्षेत्र में हुई। कुनार आतंकवादियों का गढ़ है और समझा जाता है कि कई अरब एवं अन्य विदेशी आतंकवादी अफगान तालिबान के साथ वहां से संचालित होते हैं।
तालिबान ने एक ईमेल बयान में आज के हमलों की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि उनका एक आदमी मारा गया है और दो घायल हुए हैं। वर्ष 2014 के अंत में विदेशी सैनिकों को वापस बुलाए जाने की स्थिति का फायदा उठाते हुए संगठन ने हाल के महीनों में हमला तेज कर दिया है। तालिबान के खिलाफ युद्ध में सफलता हासिल करने के बाद अफगान सैनिकों के हताहत होने में वृद्धि हुई है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 23, 2014, 20:54