लापता मलेशियाई विमान का सुराग नहीं, रडार पर दिखा था अज्ञात वस्तु

लापता मलेशियाई विमान का सुराग नहीं, रडार पर दिखा था अज्ञात वस्तु

लापता मलेशियाई विमान का सुराग नहीं, रडार पर दिखा था अज्ञात वस्तु कुआलालंपुर : दुनिया के कई देशों के अथक प्रयास के बावजूद रहस्यमय ढंग से लापता हुए मलेशिया एअरलाइंस के विमान का पांचवें दिन बुधवार को भी कोई पता नहीं चल पाया है। तलाशी का दायरा बढ़ाए जाने के बीच मलेशिया के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि विमान गायब होने के रोज सेना के रडार पर एक अज्ञात वस्तु नजर आया था।

मलेशिया वायु सेना के प्रमुख जनरल रोदजाली दाउद ने संवाददाताओं से कहा कि सेना के रडार पर शनिवार को आधी रात बाद 2:15 बजे करीब 320 किलोमीटर दूर उत्तर पश्चिम पेनाग द्वीप पर एक संकेत पकड़ में आया था। उन्होंने कहा, "मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह एमएच 370 था। हम अभी तक इसकी जांच कर रहे हैं। यह एक अज्ञात वस्तु था।"

मलेशिया एअरलाइंस का विमान एमएच 370 शनिवार को 239 सवारों को लेकर कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए उड़ान भरा था लेकिन वियतनाम तट के समीप चीन सागर के ऊपर से गुजरते समय उसका वायु नियंत्रण से संपर्क टूट गया। माना जा रहा है बोइंग 777-200ईआर विमान वियतनाम समुद्र तट पर दक्षिण चीन सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो कर गिर गया।

विमान आधी रात बाद 12:41 बजे कुआलालंपुर से रवाना हुआ था और शनिवार सुबह 6:30 बजे बीजिंग में उसे उतरना था। विमान में 227 यात्री और चालक दल के 12 लोग सवार थे। यात्रियों में पांच भारतीय, 154 चीनी और 38 मलेशियाई व अन्य देशों के नागरिक थे। विमान का संपर्क 1:40 बजे टूटा, उस समय यह वियतनाम के हो ची मिन्ह वायु यातायात नियंत्रण के क्षेत्र में था।

इससे पहले बुधवार को वायु सेना प्रमुख ने उन खबरों को खारिज किया कि सेना के रडार ने एमएच 370 को मलक्का की खाड़ी पर उड़ते पाया था, हालांकि उन्होंने इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया कि गायब होने से पहले विमान पीछे की ओर मुड़ा था। इस सूचना पर अमल करते हुए अंतर्राष्ट्रीय तलाशी अभियान में ओर देशों को शामिल किया गया है और इसका दायरा बढ़ा दिया गया है।

विमान एमएच 370 की खोज में 10 से ज्यादा देश जुटे हुए हैं। तलाशी के काम में अब भारत, जापान और ब्रूनेई भी शामिल हो गया है और तलाशी दल अब अंडमान सागर से थाइलैंड के दक्षिण तक तलाशी ले रहे हैं। यह जानकारी बुधवार को एक अधिकारी ने दी।

प्रधानमंत्री के विभाग में मंत्री शाहिदन कासिम ने कहा है कि मलेशियाई समुद्री प्रवर्तन एजेंसी (एमएमईए) ने अपने अभियान का दायरा बढ़ा दिया है। एजेंसी ने लापता विमान का सुराग पाने की उम्मीद में यह कदम उठाया है।

विमान में चोरी के पासपोर्ट पर यात्रा करने वाले दो ईरानी यात्रियों का पता चलने के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवादी नेटवर्क की जांच की जा रही है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी (सीआईए) के प्रमुख जॉन ब्रेन्नन ने मंगलवार को कहा कि आतंकवादी गतिविधि की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता है। यह पूछे जाने पर कि क्या एजेंसी इस मामले में आतंकवादी गतिविधि की संभावना खारिज करती है, सीआईए प्रमुख ने कहा, "नहीं बिलकुल नहीं।"

इससे पहले मंगलवार को इंटपोल के महासचिव रोनाल्ड नोबल ने कहा था कि चोरी के पासपोर्ट पर यात्रा करने वाले दोनों ईरानी सैयद मोहम्मद रेजा दलावर और पौरिया नूरमोहम्मदी संभवत: आतंकवादी नहीं थे, बल्कि गैरकानूनी आव्रजक थे जो यूरोप में नई जिंदगी की शुरुआत करने के लिए पहुंचने की कोशिश में थे।

नोबल के बयान की हां में हां मिलाते हुए मलेशिया के राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख खालिद अबू बकर ने भी कहा कि अधिकारियों का मानना है कि नूरमोहम्मदी किसी आतंकवादी गिरोह का सदस्य नहीं जान पड़ता है और वह जर्मनी में घुसपैठ करने का प्रयास कर रहा था।

इस बीच मलेशिया एअरलाइन्स ने अपनी वेबसाइट पर ताजा अपडेट में कहा है कि इस समय सबसे ज्यादा ध्यान यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को परिवार वालों पर है। इसमें कहा गया है कि इसका मतलब उन्हें पल-पल की सूचना मुहैया कराना, यात्रा की सुविधा देना, रिहाइश, भोजन, चिकित्सा और भावनात्मक समर्थन देना है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, March 13, 2014, 00:00

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