Last Updated: Tuesday, March 18, 2014, 16:44

बैंकॉक : थाईलैंड की प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा ने अपने खिलाफ जारी राजनीतिक हिंसा के कम होने के बाद मंगलवार को बैंकॉक और इसके आसपास के इलाकों में करीब दो महीने से लगा आपातकाल हटा दिया।
विरोध प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए यिंगलक के नेतृत्व वाली कार्यवाहक सरकार ने इस साल 22 जनवरी को 60 दिनों के लिए आपातकाल लगा दिया था। आपातकाल 22 मार्च को खत्म होने वाला था।
आपातकाल ने सुरक्षा बलों के आदेश जारी करने और लोगों की तलाशी, गिरफ्तारी एवं उन्हें हिरासत में लेने के सुरक्षा बलों के अधिकार बढ़ा दिए थे। 2 फरवरी के मध्यावधि चुनावों से पहले और इसके दौरान बैकॉक और दूसरे इलाकों में हिंसा शुरू हो गयी थी। मुख्य विपक्षी दल डेमोक्रेट पार्टी ने प्रधानमंत्री यिंगलक को सत्ता से हटाने की मांग करते हुए मध्यावधि चुनावों का बहिष्कार किया था।
नवंबर के बाद राजनीतिक संघर्ष में 23 लोग मारे गए और 700 से अधिक लोग घायल हो गए। थाईलैंड सरकार के सेंटर फार मेन्टेनिंग पीस एंड ऑर्डर (सीएमपीओ) के मुख्य सलाहकार सुरापोंग तुवीचकचाईकुल ने सोमवार को कहा कि संगठन आपातकाल हटाने की मांग करेगा। सीएमपीओ का गठन सरकार विरोधी प्रदर्शनों से निपटने के लिए किया गया था।
नवंबर में जन रैलियों के शुरू होने के बाद से थाईलैंड राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। प्रदर्शनकारी यिंगलक सरकार की जगह एक अनिर्वाचित पीपुल्स काउंसिल की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शकारी यिंगलक पर अपने भगौड़े भाई, देश के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा के मुखौटे के तौर पर काम करने का आरोप लगाते आए हैं। थाकसिन सरकार को 2006 में एक तख्तापलट के बाद पद से हटा दिया गया था। भ्रष्टाचार के मामले में जेल की सजा से बचने के लिए वह दुबई में स्वनिर्वासन में रह रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 18, 2014, 16:44