Last Updated: Thursday, February 13, 2014, 16:03
बैंकाक : थाइलैंड के अधिकारियों ने बताया कि करीब 1300 रोहिंग्या लोगों को पिछले साल म्यांमा भेजा गया। मानवाधिकार समूह जातीय अल्पसंख्यकों को उनके देश नहीं भेजने की पैरवी करते रहे हैं, जहां उन्हें काफी भेदभाव का सामना करना पड़ता है लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई।
पुलिस लेफ्टिनेंट जनरल फरनू कर्दलारपोन ने बताया कि वापस भेजने के बारे में इस सप्ताह एलान किया गया लेकिन यह कदम सितंबर से नवंबर के बीच उठाया गया। उन्होंने कहा कि शरण देने की मांग कर रहे लोगों को पूरे देश के हिरासत केंद्र और शरण स्थलों में रखा गया।
थाइलैंड के अंग्रेजी अखबार ‘बैंकाक पोस्ट’ ने पहली बार कल इस खबर को प्रकाशित किया। उन्होंने कहा, ‘उनकी मर्जी से ही उन्हें भेजा गया। हमने एक बार में 100 से 200 लोगों को वापस भेजा। उन्हें यहां अपना कोई भविष्य नहीं दिख रहा था इसलिए उन्होंने वापस म्यांमा जाना चाहा।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 13, 2014, 16:03