Last Updated: Saturday, January 25, 2014, 23:29

बैंकाक : थाईलैंड की अस्थाई सरकार ने आज कहा कि यदि उसके राजनीतिक विरोधी प्रदर्शन समाप्त करने को तैयार हैं तो वह दो फरवरी को होने वाले चुनाव को टाल सकती है, लेकिन विपक्ष के शीर्ष नेता ने प्रस्ताव को ठुकराते हुए कहा कि सुधार के लिए दबाव बनाने की खातिर प्रदर्शन जारी रहेंगे।
प्रधानमंत्री यिंगलुक सिनवात्रा की कार्यवाहक सरकार के एक अधिकारी वरथेप रत्नकोर्न का कहना है, ‘चुनाव इस शर्त पर स्थगित किए जा सकते हैं कि प्रदर्शनकारी अपनी रैलियां बंद करेंगे और चुनाव में कोई अवरोध उत्पन्न नहीं किया जाएगा तथा उसका बहिष्कार नहीं होगा।’ उन्होंने कहा, ‘यदि फिर भी चुनाव को अवरूद्ध करने के प्रयास किए जाएंगे तो उन्हें टालने से कोई लाभ नहीं है।’
अधिकारी ने कहा कि सिनवात्रा को संवैधानिक अदालत के कल के फैसले से अवगत करा दिया गया है। अदालत ने सर्वसम्मति से फैसला दिया था कि चुनाव को टाला जा सकता है। प्रधानमंत्री सिनवात्रा ने कहा कि फैसले के पीछे कोई मजबूत कानूनी आधार नजर नहीं आ रहा है । वह मंगलवार को चुनाव आयुक्त से मिलेंगी।
दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने सरकार की ओर से चुनाव स्थगित करने के लिए रखी गई शर्तों को खारिज किया है। प्रदर्शनकारियों के नेता सुथेप थाउंसुबन ने कहा, ‘इसमें समझौते की बात ही नहीं है। लोग अपने घर वापस नहीं लौटेंगे क्योंकि जनता राजनीतिक और राष्ट्रीय सुधार चाहते हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 25, 2014, 23:29