Last Updated: Tuesday, June 3, 2014, 17:40
वाशिंगटन: जहां एक तरफ अमेरिका भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संपर्क साधने में जुटा हुआ है, वहीं दर्जन भर सांसदों ने साझा मूल्यों और हितों को आगे बढ़ाने के लिए मोदी सरकार के साथ काम करने की प्रतिबद्धता वाला एक द्विदलीय कांग्रेसनल प्रस्ताव पेश किया है। सदन में भारतीय मूल की अमेरिकी सदस्य एमी बेरा और पहली अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गाबार्ड तथा अन्य सांसदों द्वारा प्रायोजित इस प्रस्ताव में रक्षा, व्यापार और सुरक्षा के क्षेत्रों सहित भारत के साथ अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने की मांग की गई है।
प्रस्ताव के अन्य प्रायोजकों में रिपब्लिकन ऐरोन स्कॉक और सदन की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष एड रॉयस और समिति के सदस्य शीर्ष डेमोक्रेट नेता इलियट एंजेल शामिल हैं। चुनाव से पहले गुजरात का दौरा कर चुके ऐरोन और रिपब्लिकन सिंथिया लुमिस और कई अन्य सांसदों ने भी भारत-अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी जारी रखने के लिए आवाज उठाई।
ऐरोन ने कहा कि यह प्रस्ताव अमेरिका की नीति में एक बदलाव को दर्शाता है और बढ़ते कांग्रेसी सहयोग का संकेत देता है।
इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन साकी ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि विदेश मंत्री जॉन केरी ने पिछले हफ्ते भारत की नई विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात करके उन्हें बाधाई दी और उन्हें अमेरिका के दौरे पर आमंत्रित भी किया।
केरी ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध है और द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक और मजबूत बनाने के प्रयास जारी रखना चाहता है। दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए अमेरिकी विदेश विभाग की सहायक सचिव निशा देसाई बिस्वाल छह से नौ जून तक प्रस्तावित अपने दिल्ली दौरे के दौरान कई अधिकारियों से मुलाकात करेंगी। लेकिन साकी ने अभी इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 3, 2014, 17:40