मुंबई आतंकी हमला: फहीम अंसारी का यात्रा इतिहास पहुंचा कोर्ट

मुंबई आतंकी हमला: फहीम अंसारी का यात्रा इतिहास पहुंचा कोर्ट

लाहौर : वर्ष 2008 के मुम्बई हमले से पहले फर्जी पहचान पर पाकिस्तान की यात्रा करने वाले लश्कर ए तैयबा के कथित सदस्य भारतीय नागरिक फहीम अंसारी का यात्रा इतिहास आज यहां आतंकवाद निरोधक अदालत के सामने पेश किया गया। कराची आव्रजन विभाग के अधिकारी ने हमद हसन का यात्रा इतिहास अदालत में पेश किया जो मुम्बई हमला मामले के सात आरोपियों की सुनवाई कर रही है। आव्रजन विभाग का यह अधिकारी संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) का गवाह है।

सूत्रों ने यहां बताया कि इस अधिकारी ने अदालत में कहा कि अंसारी ने मुम्बई हमले से पहले हसन के नाम से पाकिस्तान की यात्रा की थी। उसने अदालत में सबूत पेश किए। बचाव पक्ष के वकीलों ने उससे जिरह की। प्रशासन ने 30 जनवरी को कराची हवाई अड्डे के पर्सनल आईडेंटिफिकेशन सिक्यूर कम्पैरिजन इवेल्यूशन सिस्टम का रिकार्ड प्रस्तुत किया था।

आतंकवाद निरोधक अदालत ने आज सुनवाई की अगली तारीख 19 फरवरी तय की। सातों आरोपी मुम्बई हमला मामले में सुनवाई का सामना कर रहे हैं। ये हैं लश्कर ए तैयबा के ऑपरेशन कमांडर जकीउर रहमान लखवी, अब्दुल वाजिद, मजहर इकबाल, सादिक, शाहिद जमील रियाज, जमील अहमद और यूनस अंजुम, जिन्हें इस हमले में कथित भूमिका को लेकर 2009 में गिरफ्तार किया गया था। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक घायल हुए थे। अंसारी पर मुम्बई के उन स्थलों का मानचित्र तैयार करने का आरोप है जिन्हें निशाना बनाया गया था। उसे संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया गया था।

भारत में उच्चतम न्यायालय ने अगस्त, 2012 में अंसारी और सबाउद्दीन अहमद को बरी किए जाने को सही ठहराया था। दोनों पर मुम्बई हमले की साजिश में शामिल होने का आरोप था। निचली अदालत और मुम्बई उच्च न्यायालय ने अंसारी और अहमद को पाक साफ बताया था। अंसारी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 1 नवंबर, 2007 को पाकिस्तानी पासपोर्ट हासिल किया था। एक अन्य मामले में 10 फरवरी, 2008 को उत्तर प्रदेश में उसे गिरफ्तार किया गया था और उसका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया था। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, February 12, 2014, 22:05

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