`दो तिहाई महिला पत्रकारों को झेलना पड़ता है शोषण`

`दो तिहाई महिला पत्रकारों को झेलना पड़ता है शोषण`

बैंकाक : मीडिया संस्थाओं में काम करने वाली महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर पहले वैश्विक सर्वेक्षण में कहा गया है कि करीब दो तिहाई महिला पत्रकारों को कार्य के दौरान उत्पीड़न या धमकी का अनुभव सहना पड़ता है।

वाशिंगटन के इंटरनेशनल वीमन्स मीडिया फाउंडेशन और लंदन के इंटरनेशनल न्यूज सेफ्टी इंस्टीट्यूट के सर्वेक्षण में इस साल जुलाई से नवंबर के बीच 822 महिला मीडियाकर्मियों का साक्षात्कार किया।

प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इसमें पाया गया कि महिला मीडियाकर्मियों को धमकी और उत्पीड़न की ज्यादातर घटनाएं कार्यस्थल पर होती हैं और ये काम पुरुष वरिष्ठ अधिकारियों, निरीक्षकों और सहकर्मियों द्वारा किया जाता है।

आईडब्ल्यूडब्ल्यूएमएफ की कार्यकारी निदेशक एलीसा लीस मुनोज ने कहा कि यह हैरानी भरा है कि हमारे सर्वेक्षण में शामिल 822 में से आधे से ज्यादा (64.48 प्रतिशत) महिला पत्रकारों को अपने काम को लेकर किसी न किसी तरह की धमकी या शोषण का अनुभव हुआ। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, December 3, 2013, 22:44

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