Last Updated: Wednesday, March 5, 2014, 15:35

बर्लिन : यूरोपीय देशों की सरकारों ने यूक्रेन का संकट दूर करने के लिए राजनयिक प्रयास तेज कर दिये हैं और वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इस आश्वासन से उत्साहित भी हैं कि क्रेमलिन द्वीप पर कब्जे का या अपने पड़ोसी के खिलाफ युद्ध छेड़ने का उनके देश का कोई इरादा नहीं है।
मास्को में कल रूसी संवाददाताओं से बातचीत में पुतिन ने इस बात से इंकार किया कि उनके देश ने क्रीमिया में सैन्य हस्तक्षेप किया है। उन्होंने कहा कि सैकड़ों सशस्त्र सैनिक स्वायत्तशासी क्षेत्र के सैन्य शिविरों तथा अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की निगरानी कर रहे हैं। ये सैनिक रूस के प्रति निष्ठा रखने वाले स्थानीय आत्मरक्षा बल के हैं।
पुतिन ने यूक्रेन का संकट हल करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय ‘संपर्क समूह’ गठित करने की जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की पहल का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव से कहा है कि वह अपने जर्मन समकक्ष फ्रैंक वाल्टर स्टीनमियर से आज मिलें ताकि ऐसे मिशन के लिए संभावना तलाशी जा सके।
स्टीनमियर की सोमवार को जिनीवा में लावरोव से चर्चा हुई थी। उन्होंने उम्मीद जताई है कि रूस और यूक्रेन के बीच तनाव को राजनयिक उपायों से हल किया जा सकता है। उन्होंने कहा था कि अगर यूक्रेन पर ‘संपर्क समूह’ बनाने के बारे में रूस के साथ सहमति बन जाती है तो इससे तनाव घटाने में मदद मिल सकती है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 5, 2014, 15:35